भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव ने अपनी जिंदगी में काफी स्ट्रगल किया है, तब जाकर आज उन्हें ये मुकाम हासिल हुआ है। आज खेसारी लाल यादव का नाम बच्चे-बच्चे की जुबान पर है। लेकिन जिस नाम से हम और आप खेसारी को जानते हैं, असल में वह उनका नाम है ही नहीं। खेसारी का असल नाम तो कुछ और ही है।
लेकिन खेसारी लाल यादव कहते हैं कि ये नाम बहुत प्यार भरा है, जो लोगों ने उन्हें दिया है। खेसारी बताते हैं कि उन्हें उनके असली नाम से कोई पुकारता ही नहीं है। यहां तक कि उनके माता पिता भी खेसारी का असली नाम भूल चुके हैं।
ये लोगों का प्यार ही है जिसने खेसारी लाल यादव की जिंदगी बदल दी। खेसारी को ये नाम भी उनके गांव के लोगों से ही मिला था। ज्यादातर एक्टर्स अपना नाम फिल्मों में आने के बाद या फिल्में चल जाने के बाद अपना नाम बदलते हैं। लेकिन खेसारी जब फिल्मों में आए उससे पहले ही उनका नाम ‘खेसारी’ पड़ गया था।
इसके पीछे की कहानी ये है कि बचपन में खेसारी बोलते बहुत थे, इसलिए गांववाले उनके बहुत ज्यादा बोलने से परेशान थे। ऐसे में गांव वालों ने उनका नाम ‘खेसारी’ रख दिया। जबकि खेसारी का असल नाम है- शत्रुघ्न यादव। वहीं बिहार में ‘खेसारी’ शब्द का मतलब होता है-एक तरह की दाल। इस दाल को ज्यादा खाने से पेट खराब हो जाता है। इसलिए इस दाल को कम खाया जाता है। अब ऐसे में खेसारी जब ज्यादा बोलते थे तो लोग परेशान होने लगते थे, इसी से उनका नाम ‘खेसारी’ रख दिया गया। खेसारी ने एक बार बताया था कि अब तो उनके माता-पिता भी उन्हें खेसारी ही बोलते हैं।
खेसारी लाल यादव बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखते थे। वो वक्त था जब उन्हें पैसे कमाने के लिए एक नहीं बल्कि 3-4 काम करने पड़ते थे। खेसारी लाल यादव ने लिट्टी-चोखा बेचने से लेकर दूध बेचने, भैंसों के चारे के लिए चोरी करने और बैंड में गाना गाने का काम भी किया। वहीं आज उनके हालात बदल गए हैं। खेसारी के चाहने वाले इतने हैं कि अगर वह एक गाना यूट्यूब पर डाल देते हैं तो उनके उतने व्यूव हो जाते हैं। खेसारी ने इस बात का खुद खुलासा किया था कि उनके यूट्यूब से ही महीने की 45 लाख रुपए की कमाई होती है।