Bhojpuri: भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। खेसारी लाल यादव के संघर्ष की कहानी काफी प्रेरित करने वाली है। दिल्ली के ओखला में पत्नी के साथ मिलकर रेहड़ी पर लिट्टी-चोखे की दुकान लगाने से लेकर बिग बॉस का सफर तय करने तक खेसारी ने अपने जीवन में काफी कुछ सहा है। बीते दिनों खेसारी लाल यादव ने अपने जीवन में आए संघर्ष के बारे में खुलकर बातचीत की थी।
बिग बॉस के घर मेें खेसारी लाल यादव ने शानदार पल बिताए थे। घर से बेघर होने के बाद खेसारी ने इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत के दौरान कहा, ‘मैंने जिंदगी में काफी कुछ झेला है। मैं अब अपनी तकलीफों से काफी हद तक उबर चुका हूं। मेरे जीवन में एक वक्त ऐसा भी था जब जेब में 10 रुपए भी नहीं होते थे और आज मैं करोड़ों लोगों के जीवन को छू रहा हूं। मैं एक लंबा सफर तय कर चुका हूं। और यह मेरे लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने का अवसर है।’
बता दें कि गरीबी के दिनों में खेसारी लाल यादव की शादी हो गई थी। घर का खर्च चलाने के लिए खेसारी लाल पत्नी चंदा यादव के साथ दिल्ली आए थे। इस दौरान खेसारी ने दिल्ली के ओखला में पत्नी के साथ मिलकर लिट्टी-चोखे की दुकान लगाई। लेकिन गरीबी ने वहां पर भी उनका पीछा नहीं छोड़ा। खेसारी ने बताया था कि उनकी पत्नी लिट्टी में सत्तू भरती थी और वो उसे सेंकते थे। गरीबी इतनी थी कि खेसारी की पत्नी चंदा ने एक ही साड़ी को 6 महीने तक पहन कर गुजारे थे।
खेसारी लाल यादव आज भारत के प्रसिद्ध भोजपुरी गायक और अभिनेता में से एक हैं। खेसारी को पहली सफलता भोजपुरी एल्बम ‘माल भेटाई मेला’ से मिली थी। 2012 में आई अपनी पहली फिल्म ‘साजन चले ससुराल’ से खेसारी लाल यादव रातों- रात भोजपुरी फिल्म जगत के सितारे बन गए थे। इसके बाद खेसारी ने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा और एक के बाद एक सफलता की सीढ़ी चढ़ते गए।