5 Bhojpuri hot topics Trends: सिनेमा जगत में हर भाषा का अपना अलग महत्व है। फिर चाहे वो तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, बंगाली, मराठी, पंजाबी, हरियाणवी, गुजराती, हिंदी या फिर भोजपुरी ही क्यों ना हो। सभी भाषाओं की फिल्मों और गानों की अपनी फिक्स ऑडियंश है। इन सभी भाषाओं में से कभी किसी पर अश्लीलता का ठप्पा नहीं लगा। सिर्फ भोजपुरी पर ही लगा है। अब मन में सवाल आता है कि बोल्ड सीन और वैसी चीजें हर इंडस्ट्री में है तो सिर्फ भोजपुरी ही क्यों? इसकी वजह है कि सिंपल और सपाट भाषा में उन शब्दों का इस्तेमाल गानों और फिल्मों में करना, जो द्विअर्थीय हों। इंडस्ट्री में कुछ शब्द या फिर ये कह लें कि कुछ हॉट टॉपिक्स रहे हैं, जिनके बिना इनके गाने तो अधूरे ही माने जाते हैं। चलिए बताते हैं उनके बारे में और ये भी बताते हैं कि क्यों इस पर अश्लीलता ठप्पा लगा हुआ है।

भोजपुरी इंडस्ट्री का कद दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। साउथ से कलाकार यहां पर काम करने के लिए आ रहे हैं। एक समय था जब भोजपुरी में अजय देवगन, मिथुन और अमिताभ बच्चन जैसे सितारे काम कर रहे थे। लेकिन, आज का आलम ये है कि इस पर अश्लीलता का ठप्पा ही नहीं हटने का नाम ले रहा। वहीं, इंडस्ट्री वालों को भी सुध नहीं। मेकर्स आज भी लाली लिपिस्टिक उलझे हुए हैं। भोजपुरी गानों में देखने के लिए मिला है कि जिसमें लाली लिपिस्टिक जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया है या द्विअर्थीय शब्द हों वो गाने भी ट्रेंड करते हैं। यहां के हर गाने में कुछ ना कुछ ऐसा मिल ही जाएगा, जिसे आप परिवार के सामने चला ही नहीं सकते हैं। ऐसे में चलिए बताते हैं भोजपुरी गानों के उन 5 हॉट टॉपिक्स के बारे में…

ढोंढ़ूी

भोजपुरी का सबसे हॉट टॉपिक ‘ढोंढ़ूी’ (नाभि) है, जिस हर दूसरे दिन कोई ना कोई गाना रिलीज होता दिख जाएगा। म्यूजिक वर्ल्ड में ऐसे कई गाने हैं, जो स्पेशली इसी पर बने हैं और उनका काफी ट्रेंड भी रहा है। ऐसा तो कतई सोचने वाली बात नहीं है कि लोगों ने इसका लुत्फ ना उठाया हो या फिर बॉयकॉट किया हो। ऐसा तो बिल्कुल नहीं हुआ है। अगर ‘ढोंढ़ी’ पर भोजपुरी गानों की बात की जाए तो इसमें नंबर वन ट्रेंडिंग सॉन्ग ‘देवरा ढोढ़ी चटना बा’, समर सिंह का गाना ‘ढोढ़ी से शुरुआत’ और रानी चटर्जी का गाना ‘ढोढ़ी मुनले रहली पियरी माटी से’ जैसे अनेकों गानों के उदाहरण हैं, जो इस पर बेस्ड हैं। वहीं, इनके विजुअल्स भी इस पर फोकस किए गए हैं।

लाली लिपिस्टिक

दूसरा भोजपुरी में लाली लिपिस्टिक का काफी ट्रेंड रहा है। ये ट्रेंड सेट करने वाले हैं पवन सिंह। उन्होंने जब पॉपुलैरिटी हासिल की तो लिपिस्टिक से ही हासल की। उनका गाना ‘लगावेलु लिपिस्टिक’ काफी पॉपुलर रहा है। इस पर आधारित गानों की बात की जाए तो इसकी लिस्ट भी काफी लंबी है। इस पर ‘आरा के होठलाली’, ‘रेड लिपिस्टिक’, ओठलाली जैसे ढेरों गाने मिल जाएंगे।

चोली

भोजपुरी का एक हॉट टॉपिक ‘चोली’ रही है। इसके बिना भी इनके गाने अधूरे ही हैं। चोली पर आधारित अगर भोजपुरी गानों की लिस्ट के बारे में बात की जाए तो इसमें सबसे पॉपुलर गाना ‘लगाई दिहीं चोलीया के हुक राजा जी’ है। इस गाने के बाद तो चोली पर ढेरों गाने आए और खूब ट्रेंड में भी रहे। इसमें ‘चोली से साफ करे राईफल के नाली’, ‘चोली ढिल हो गईल’, ‘चोली में जोड़े तार’ और पवन सिंह का गाना ‘चोलिया छोट लइला ए पहुना’ जैसे कई गाने मिल जाएंगे।

लहंगा-साड़ी

भोजपुरी में साड़ी और लहंगा काफी ट्रेंड रहा है। इस आज भी कोई गाना आता है तो झट से वायरल हो जाता है। मेकर्स कभी साड़ी से ताड़ी पिलाते हैं, तो कभी लहंगे को ही लहका देते हैं। इसमें ‘गोटेदार लहंगा’, ‘लहंगा लहक जाई’, ‘भिज जाला लहंगा’, ‘साड़ी से ताड़ी’, ‘करिया साड़ी’, ‘मरून साड़ी’, ‘गुलाबी साड़ी’, ‘क्रिम कलर साड़ी’, ‘साड़ी ललकी’, ‘लहंगा लखनऊवा’, ‘काला लहंगा’ जैसे ढेरों गीत मिल जाएंगे। इसमें से तो अधिकतर गाने शिल्पी राज ने गाए हैं।

कमरिया

वहीं, भोजपुरी का एक और हॉट टॉपिक रहा है कमरिया। इस पर भी आपको ढेरों गीत देखने के लिए मिल जाएंगे। इंडस्ट्री में किसी ने कमरिया को ककड़ी बनाया तो किसी ने कमरिया को खूब हिलाया। कमरिया पर भी जब भी कोई गाना आया है तो वह ट्रेंडिंग लिस्ट में रहा है। इसमें ‘डोले दा कमरिया’, ‘कमरिया के झटका’, ‘कमरिया पे भाला चली’, ‘कमर अप कमर डाउन’ और ‘नमरिया कमरिया में खोस देब’ जैसे ढेरों गाने देखने के लिए मिल जाएंगे।

ये टॉपिक्स में ट्रेंड में क्यों?

भोजपुरी में केवल कमरिया, ढोढ़ी, लाली-लिपस्टिक और लंहगा चोली के बीच ही मेकर्स क्यों उलझा हुआ है? ये अपने आप में बड़ सवाल है। ये हर किसी के मन में आता भी होगा कि भोजपुरी की बोली में तो इतनी मिठास है फिर क्यों मेकर्स सिर्फ गिने-चुने 4-5 शब्दों में उलझा हुआ है इससे बाहर ही नहीं आ पा रहा? इसकी पहली वजह तो ये है कि लोगों को भी ऐसे गाने काफी पसंद आते हैं। वह इन गानों को काफी इन्जॉय करते हैं। क्योंकि वहां कि आम बोल चाल भाषा में भी खुलापन देखने के लिए मिलता है। ऐसा नहीं है कि ये गिने चुने शब्द केवल इंडस्ट्री में लाभ कमाने के उद्देश्य से इस्तेमाल होते हैं। ऐसा इसलिए भी है कि लोग भी इन्हें काफी पसंद करते हैं। उनके लिए ये सब अश्लील नहीं बल्कि आम है।

भोजपुरी पर ही अश्लीलता का ठप्पा क्यों?

अब अगर बात की जाए भोजपुरी पर ही अश्लीलता का ठप्पा क्यों है? तो इसकी कई वजहें हैं। भोजपुरी संगीत, फिल्म और टीवी की एक बड़ी ऑडियंश है। भोजपुरी समाज और संस्कृति में खुलापन और स्पष्टता देखने के लिए मिली है, जिसमें आम बोल चाल वाली भाषा में द्विअर्थीय शब्दों का इस्तेमाल, खुले तौर पर चोली, लाली लिपिस्टक, ढोढ़ी, देवर भाभी के रिश्ते पर डबल मीनिंग का मजाक मस्ती, जीजा साली की मस्ती और लहंगा चोली का इस्तेमाल किया जाता है, जो सुनने में थोड़ा अटपटा लगता है। ये अगर कभी-कभी सुना जाए तो उतना असर नहीं होता लेकिन, अगर रेगुलर बेसिस पर या फिर हर दूसरे गाने में इन सब चीजों का और शरीर के अंगों का गाने में इस्तेमाल होने लगे तो ये अश्लील ही लगेंगे। इन चीजों का भी बार-बार इस्तेमाल करने का उद्देश्य लाभ कमाने की रणनीति होती है क्योंकि लोग इसे पसंद करते हैं। इन सबसे फिल्मों और गानों की लोकप्रियता में मदद मिलती है तो इनका ज्यादातर इस्तेमाल होता है। जबकि हर इंडस्ट्री में सब कुछ चलता है लेकिन उनका तरीका अलग होने की वजह से उन पर अश्लीलता का ठप्पा नहीं लगा और भोजपुरी पर हमेशा सवाल होते रहे और आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।

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