भोजपुरी सिनेमा में इन दिनों सेलेब्स आपसी विवादों को लेकर चर्चा में हैं। बीते दिन ही एक्ट्रेस काजल राघवानी (kajal Raghwani) ने खेसारी लाल यादव पर उनके फोन में न्यूड फोटो होने का दावा किया और धोखा देने जैसा आरोप भी लगाया। अभी ये मामला शांत हो पाता, उससे पहले सिंगर अनुपमा यादव ने खुद खुलासा किया है कि उनके साथ एक स्टेज शो के दौरान मुखिया ने बदसलूकी की। उनके भाई को मारा और उनके कपड़े तक फाड़ दिए गए। चलिए बताते हैं सिंगर ने क्या कुछ बताया।

दरअसल, भोजपुरी सिंगर अनुपमा यादव ने एबीपी न्यूज से बात की। इस दौरान उन्होंने इस घटना का जिक्र किया और बताया कि उनके साथ उस रात क्या हुआ था। इस स्टेज शो में भोजपुरी की दिग्गज सिंगर को राइफल दिखाया गया था और जान से मारने की धमकी तक दे दी गई थी। इस घटना के बारे में बात करते हुए अनुपमा यादव ने बताया, ‘मैं नवादा जिले में स्टेज शो के लिए गई थी। इवेंट करने से पहले मेरी एक कमिटमेंट थी कि आप मुझे भले ही बुला रहे हैं, लेकिन एक भोजपुरी के कलाकार हैं शिव कुमार बिक्कू, मैं उनके साथ मंच पर डूएट शेयर नहीं करूंगी। उनके साथ नहीं गाऊंगी। ये हमारा आपसी मैटर था। हमारे बीच लड़ाइयां हो गई थीं कुछ। इसी शर्त पर हमारा कार्यक्रम बुक हुआ था।’

अनुपमा यादव आगे कहती हैं, ‘मैं जैसे ही मंच पर आती हूं तो शिव कुमार बिक्कू भी मंच पर आ जाते हैं। 10.30 बजे से बैठे-बैठे मुझे माइक दिया जाता है 12 बजे। मैं मंच पर ऐसे ही बैठी थी। 12 बजे माइक दिया और मैंने 12.40 तक मैंने अपनी एंट्री लगाई। उसके बाद मैं आकर बैठ गई। मैंने कहा कि मैंने अपना गा लिया आप लोग अब अपना गा लो। मुखिया जी द्वारा नीचे से इशारा किया जाता है कि डूएट गवाओ शिव कुमार के साथ। मैं उनकी बातों को अनसुना कर रही थी। मैं जानती थी कि बवाल होने का चांस है तो अनसुना कर दो। मेरे भाई को नीचे बुलाया गया और कहा गया कि क्या चाह रहे हो अपने गांव जाना नहीं चाह रहे हो क्या? अगर नहीं जाना चाह रहे हो तो बताओ वरना डूएट गवाओ। इस तरह से धमकी भरा शब्द कहा गया। भाई ने आकर मुझे कहा कि दीदी यहां का माहौल गड़बड़ है। मैं चाहता हूं कि कैसे भी करके यहां से गाकर जल्दी निकल चलते हैं।’

मुखिया ने गांव वालों के साथ किया हमला

अनुपमा यादव ने कहती हैं मुखिया ने गांव वालों के साथ हमला किया। उन्होंने कहा,’मैंने गाना गाया करीब एक घंटा गाने के बाद मैं वापस जाकर बैठ गई। फिर मुखिया जी ने माइक लिया और अजीब तरीके से कहा कि हम आपको पैसा दिए गाना पड़ेगा। पैसा देकर बुलाए हैं। उनका काफी रूड बिहेवियर होता है। वो मंच पर आ जाते हैं, अजीब ढंग से देखते हैं। मैं जैसे ही मंचे से नीचे उतरी अपनी गाड़ी के पास जा ही रही थी कि मेरे भाई पर मुखिया द्वारा कमेटी और गांव वालों के साथ हमला किया गया। उसको मारा गया पहले। उसका चैन निकाल लिया गया। फिर जब मैं बचाव में आई तो मुखिया जी द्वारा मुझ पर अटैक किया गया। हाथ उठाया गया। फिर पीछे से बिक्कू जी आते हैं बचाव के लिए तो उनको भी मारा गया। ये कहा गया कि ये नहीं जाएगी इसे सुबह 6 बजे तक गवाएंगे।’

मारकर यहीं गाड़ दिया जाएगा- अनुपमा यादव

अनुपमा यादव आगे कहती हैं, ‘फिर जैसे-तैसे मैं गाड़ी में बैठने वाली थी कि मुखिया द्वारा मेरा कपड़ा खींच दिया गया और मेरा कपड़ा फट गया। मैं लगी चिल्ला चिल्लाकर रोने। ये वो सीन था ना कि मैं सोच रही थी कि बस जिंदा बचकर चली आऊं। मैं जैसे तैसे गाड़ी में बैठी तो घूमकर मुखिया मेरे भाई के पास आता है और गन दिखाकर धमकी देता है और अपनी जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल करता है कि पहचाना नहीं मुझे? यहीं मारकर यहीं गाड़ दिया जाएगा किसी को पता भी नहीं चलेगा। उसको उतार। मैं वहां से जैसे-तैसे निकली। मुखिया जी द्वारा मुझे मां-बहन की गाली दी गई। बदसलूकी की गई।’