भोजपुरी सिनेमा के दमदार एक्टर पवन सिंह (Pawan Singh) आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उन्होंने भोजपुरी के बाद बॉलीवुड में ‘स्त्री 2’ का गाना ‘आई नहीं’ गाकर अपनी गायिकी का लोहा मनवाया है। उनके इस गाने को दर्शकों की ओर से भरपूर प्यार मिला। सफलता की सीढ़ी चढ़ चुके एक्टर के लिए यहां तक का सफर तय करना आसान नहीं था। उन्होंने अपने करियर में काफी उतार-चढ़ाव देखे हैं। एक समय पर आलम ये था कि पवन सिंह अपने चाचा के साथ 400 रुपए किराया देकर रहते थे। बचपन नें उनकी आर्थिक स्थिति कुछ ठीक नहीं थी। ऐसे में एक बार तो उन्होंने चोरी की थी और फिर घर से भी भाग गए थे। चलिए बताते हैं इस किस्से के बारे में…

दरअसल, पवन सिंह हाल ही में शुभांकर मिश्रा के पॉडकास्ट में पहुंचे थे। इस दौरान भोजपुरी के पावरस्टार ने अपनी पर्सनल से लेकर प्रोफेशनल लाइफ तक को लेकर काफी कुछ शेयर किया है। यहां तक कि एक्टर ने खेसारी लाल यादव के साथ विवाद पर भी बात की है। इसी बीच पवन ने अपनी स्ट्रगल लाइफ से जुड़ा एक किस्सा भी शेयर किया है। उन्होंने बताया कि एक बार वो अपने भाई की जेब से 10 रुपए चुराए थे तो बहुत पिटाई हुई थी, जिसके बाद वो घर छोड़कर भाग गए थे।

जब चोरी के बाद घर से भाग गए थे पवन सिंह

पवन सिंह इस किस्से के बारे में बात करते हुए कहते हैं, ‘मैं उस समय छठी क्लास में पढ़ाई करता था। उस समय एक टीशू पेपर टाइप की बुक आती थी। उसका एक पेज दीवार पर लगाते थे और उसमें स्याही भरते थे तो दीवार पर मोर जैसा कुछ बन जाता था। मुझे वो बड़ा अच्छा लगा। मेरा उसे खरीदने का मन हुआ फिर सोचा कि पैसा कहां से आएगा। फिर एक दिन मैंने देखा कि मेरे बड़ा भाई ने किताब में 10 रुपए रखे थे और मैंने उस नोट को चुरा लिया। मैंने फिर उसे खरीद भी लिया। घर वापस आया तो भाई ने पूछा कि पैसे तुमने लिया है। मैंने मना किया तो उन्होंने मुझे पीट दिया। मुझे गुस्सा आ गया और घर से भागकर जाकर रमणा मैदान में बैठ गया। मैंने वहां जाकर सोचा कि घर से भागकर लोग क्या करते हैं? मैंने मन में तय किया कि मैं स्टेशन पर किसी भी ट्रेन में चढ़ जाऊंगा और भीख मांगूंगा, जितने में मैं उठता उतने में मेरा भाई फिर आया और घर लेकर फिर पीटा। पूछा कहां भाग रहे हो।’ इस दौरान पवन सिंह की आंखें नम हो जाती हैं।

400 रुपए किराया देकर रहते थे पवन सिंह

इसके साथ ही पवन सिंह ने अपने स्ट्रगल के दिनों के बारे में बात करते हुए ये भी बताया, ‘एक समय था जब हमारी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। मैं 400 रुपए किराया देकर अपने चाचा के साथ रहता था। इसमें कभी-कभी मैं चाचा और कभी मैं और भइया रहते थे। हम उस समय आरा में रहते थे।’

आपको बता दें कि पवन सिंह ने छोटी उम्र में ही गायिकी शुरू कर दी थी। उनसे पहले परिवार में उनके चाचा अजित सिंह गायिकी करते थे। वो स्टेज शोज करते थे। उनके साथ पवन सिंह भी जाया करते थे। ऐसे में उनका पहला एलबम ‘ओढ़निया वाली’ आया था। उस समय भोजपुरी स्टार 11 साल के थे। हालांकि, उन्हें नेम और फेम ‘लॉलीपॉप’ गाने से मिला था। उन्होंने अपने करियर में एक से बढ़कर एक हिट गानों और फिल्मों में काम किया है।