भोजपुरी सिनेमा (Bhojpuri cinema) के दमदार एक्टर और फेमस विलेन संजय पांडेय (Sanjay Pandey) आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उन्होंने भोजपुरी में एक से बढ़कर एक फिल्में दी है। इंडस्ट्री में उनकी पहचान ना केवल विलेन की है बल्कि कॉमेडियन, बाप, भाई और दोस्त वाली भी है। फिल्मों में वो जो भी किरदार प्ले करते हैं उसे जीवंत कर देते हैं। उन पर रोल भला खिले भी क्यों ना? वो थिएटर आर्टिस्ट जो हैं। जी हां, संजय पांडे एक्टर होने के साथ-साथ एक थिएटर आर्टिस्ट भी हैं। बड़े पर्दे पर आने से पहले वो थिएटर करते थे और आज भी करते हैं। उनके संजिदा अभिनय के सेलेब्स तक मुरीद हो गए हैं।
दरअसल, संजय पांडे सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। वो खुद से जुड़ी कोई ना कोई पोस्ट शेयर करते रहते हैं। ऐसे में अब उन्होंने अपने लेटेस्ट स्टेज शो के बारे में बताया, जिसे देखने के लिए भोजपुरी के जाने-माने कलाकार अवधेश मिश्रा, मनोज टाइगर उर्फ बताशा चाचा, फिल्म ‘दबंग सरकार’ के डायरेक्टर योगेश मिश्रा और फेमस विलेन देव सिंह पहुंचे थे। संजय पांडे के स्टेज शो को देख वो सभी मंत्रमुग्ध हो गए। उन्होंने उनके अभिनय की खूब तारीफ की। मनोज टाइगर तो उनकी तारीफ करते नहीं थके। उन्होंने एक्टर के पुराने दिनों को याद करते हुए जमकर तारीफ की। उन्होंने पोस्ट में लिखा, ‘संजय पांडे के रंगमंच की 25 साल की कठोर तपस्या का परिणाम था कल का नाटक…नाटक देखते वक्त मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मेरे जीवन के एक घटना हो।’ इसके अलावा देव सिंह और भोजपुरी फिल्म ‘दबंग सरकार’ के निर्देशक योगेश मिश्रा ने संजय पांडे के बारे में कमाल का लिखा है।
पति-पत्नी के रिश्ते पर आधारित था शो
अगर संजय पांडे के स्टेज शो की बात की जाए तो ये पति-पत्नी के रिश्ते पर आधारित था। इसमें दिखाया गया था कि दोनों तलाक लेना चाहते हैं और कोर्ट एक महीना उन्हें साथ रहने को कहता है और वो उसी घर में एक महीना साथ गुजारते हैं और वहां उनकी नोक-झोंक देखने के लिए मिलती है। उनका रिश्ता 12 साल पुराना होता है। ये एक दिलचस्प कहानी है, जिसे स्टेज शो के माध्यम से संजय पांडे ने दिखाया है। गौरलब है कि एक्टर ने अभिनय का एक नया फाउंडेशन शुरू किया है, जिसका नाम अभिरंग फाउंडेशन है।
कॉलेज के दिनों में ऑर्केस्ट्रा होस्ट करते थे संजय पांडे
आपको बता दें कि संजय पांडे को स्कूल और कॉलेज के दिनों से ही एक्टिंग का काफी शौक रहा है। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में हुआ है और वो पले-बढ़े मध्य प्रदेश के कटनी जिले में। बचपन से ही एक्टिंग में शौक के चलते वो कॉलेज के दिनों में थिएटर करते थे। कॉलेज के दिनों में ऑर्केस्ट्रा होस्ट किया करते थे। उनकी पहली भोजपुरी फिल्म ‘कहिया डोली लेके अइबा’ थी। इसे साल 2001 में रिलीज किया गया था। इसके डायरेक्टर राजकुमार आर पांडेय थे। ये दोनों की ही डेब्यू फिल्म थी।