‘भाबीजी घर पर हैं’ फेम सानंद वर्मा ने हाल ही में अपने बचपन का एक दर्द भरा किस्सा शेयर किया है। सानंद जो इस सीरियल में अनोखे लाल का किरदार निभाते हैं उन्होंने बताया कि जब वह 13 साल के थे तो उनके साथ यौन शोषण हुआ था। जिससे उनके मन को गहरा सदमा लगा था और आज भी वह उस गम से बाहर नहीं आ पाए हैं।

सानंद ने एक इंटरव्यू के दौरान अपने जीवन से जुड़ी कई बातें की। उन्होंने एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में कास्टिंग काउच पर बात करते हुए बचपन में खुद के साथ हुए उत्पीड़न के बारे में बताया। उन्होंने ये भी कहा कि भले ही वो उस दर्द से उभर नहीं पाए लेकिन मजबूत जरूर बन गए हैं।

सानंद ने कहा, “मैं 13 साल का था और मेरा सपना क्रिकेटर बनना था। मैंने पटना में क्रिकेट के लिए ट्राई किया। हम गरीब थे लेकिन मेरे पिताजी ने मेरे लिए वाइट पैंट-शर्ट और सस्ते बैट का इंतजाम कर दिया। एक बड़ा आदमी था और उसने मुझे सेक्शुअली हैरेस करने की कोशिश की। मैं बहुत डर गया था और वहां से भाग गया। इसके बाद से मैंने कभी क्रिकेट के बारे में नहीं सोचा।”

बच्चों के दिमाग पर ऐसी चीजों का क्या असर पड़ता है इसके बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि यौन उत्पीड़न बच्चों के दिमाग में बैठ जाता है और जो दर्द होता है दिमाग से नहीं जाता। उन्होंने कहा, “जब कोई इंसान इस दर्द को झेल लेता है तो मजबूत बन जाता है।”

कास्टिंग काउच पर कही ये बात

इंडस्ट्री में कास्टिंग काउच को लेकर उ्होंने कहा कि ये इस इंटस्ट्री में होती हैं लेकिन उनके साथ ऐसा नहीं हुआ। एक्टर ने कहा कि भले ही इंडस्ट्री में वह कास्टिंग काउच से बच गए, लेकिन कई लोग हैं जिन्होंने उनके साथ अपने कास्टिंग काउच के अनुभव को शेयर किया है।

एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में भी ये चीजें जरूर होती हैं लेकिन सौभाग्य से मेरे साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ। उन्होंने ये जरूर बताया कि कई लोगों ने उनके साथ अपने भयानक अनुभवों का किस्सा शेयर किया है जो होना नहीं चाहिए था।