देश और दुनिया में हर साल ना जाने कितनी फिल्में बनती हैं- कुछ हिट होती हैं, कुछ फ्लॉप और कई ऐसी भी होती हैं जो कभी रिलीज ही नहीं हो पातीं। कुछ फिल्मों पर बोल्ड कंटेंट या कंट्रोवर्शियल सीन के चलते सेंसर बोर्ड रोक लगा देता है, तो कुछ राजनीतिक या सामाजिक विवादों में फंसकर अंधेरे में गुम हो जाती हैं। लेकिन अब डिजिटल दौर में ओटीटी प्लेटफॉर्म्स ने इन फिल्मों को एक नया मंच दिया है। आज हम आपको ऐसी ही कुछ फिल्मों के बारे में बताने जा रहे हैं जो बड़े पर्दे के लिए बनी थीं, लेकिन बोल्ड कंटेंट की वजह से बैन हो गईं। अब ये फिल्में ओटीटी पर उपलब्ध हैं और बिना किसी रोक-टोक के देखी जा सकती हैं।


बोल्ड कंटेंट के कारण बैन हुई फिल्में, अब OTT पर उपलब्ध

1- गैंडू (Gandu)
निर्देशक कौशिक मुखर्जी (Q) ने साल 2010 में बंगाली फिल्म ‘गैंडू’ बनाई थी। मगर यौन दृश्यों और बोल्ड कंटेंट की वजह से फिल्म पर बैन लगा दिया गया था। भारत में बैन के बावजूद अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में फिल्म की तारीफ हुई थी। ‘गैंडू’ ने 2010 के साउथ एशियन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट डायरेक्टर समेत कई जूरी पुरस्कार जीते और फिल्म बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में भी प्रदर्शित हुई। यह फिल्म अभी Mubi जैसे कुछ प्लेटफॉर्म्स पर सीमित क्षेत्र में उपलब्ध है।

2- अनफ्रीडम (Unfreedom)
साल 2015 में निर्देशक राज अमित कुमार ने ‘अनफ्रीडम’ नाम की फिल्म बनाई। इस फिल्म में दो समानांतर कहानियां चलती हैं। पहली कहानी लेस्बियन कपल की है, दूसरी एक मुस्लिम चरमपंथी द्वारा एक मुस्लिम विद्वान की किडनैपिंग की। इस फिल्म को सेंसर बोर्ड ने पास नहीं किया। उन्होंने कहा—यह फिल्म “अप्राकृतिक इच्छाओं को भड़का सकती है” और “सांप्रदायिक हिंसा को उकसा सकती है”। हालांकि इस फिल्म को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया। यह फिल्म 2015 में अमेरिका में रिलीज की गई थी। बाद में यह फिल्म Netflix पर स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध हुई, और अब यह YouTube पर रेंट पर भी उपलब्ध है।

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3- पांच (Paanch)
‘पांच’ निर्देशक अनुराग कश्यप की पहली फिल्म थी। इस फिल्म को सेंसर बोर्ड से क्लियरेंस नहीं मिला और यह फिल्म कभी थिएटर तक नहीं पहुंच पाई। इस फिल्म में के के मेनन, आदित्य श्रीवास्तव, विजय मौर्य लीड रोल में थे। साल 2001 में बनी इस फिल्म को सेंसर बोर्ड ने पास ना करने की वजह बताते हुए कहा कि इसमें ड्रग्स का अत्यधिक प्रयोग, अश्लील भाषा और जरूरत से ज्यादा वायलेंस है। सेंसर बोर्ड का मानना था कि यह फिल्म युवाओं को गुमराह कर सकती है। हालांकि बाद में कट्स के साथ ‘A’ सर्टिफिकेट मिल गया, लेकिन प्रोड्यूसर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स में विवाद के कारण फिल्म कभी रिलीज नहीं हो पाई। ‘पांच’ आज भी थिएटर या ओटीटी पर ऑफिशियली रिलीज नहीं हुई है, लेकिन इसका लीक्ड वर्जन यूट्यूब और कुछ अनऑफिशियल साइट्स पर देखा गया है।

4- द पेंटेड हाउस (The Painted House)
साल 2015 में आई मलयालम फिल्म ‘The Painted House’ (Chaayam Poosiya Veedu) भी अपने बोल्ड कंटेंट और न्यूडिटी की वजह से सेंसरशिप विवादों में घिरी। संतोष बाबूसेनन और सतीश बाबूसेनन द्वारा निर्देशित इस फिल्म की कहानी एक वृद्ध लेखक गौतमन की है, जिसकी जिंदगी दो रहस्यमय युवकों के आने से बदल जाती है। इस फिल्म में तीन न्यूड सीन थे, जिसमें महिला किरदार को न्यूड दिखाया गया था। सेंसर बोर्ड ने ये सीन हटाने या फिर धुंधला करने की मांग की, मगर निर्देशक भाइयों ने इसे क्रिएटिव फ्रीडम का उल्लंघन बताते हुए मना कर दिया। जिसके बाद सेंसर बोर्ड ने फिल्म को सर्टिफिकेट देने से इनकार कर दिया।

निर्देशकों ने इस फैसले को केरल हाईकोर्ट में चुनौती दी। कोर्ट ने सेंसर बोर्ड के फैसले को पलटते हुए फिल्म को बिना किसी कट के ‘A’ सर्टिफिकेट दिया और रिलीज की इजाजत दी। ‘The Painted House’ अब YouTube पर मुफ्त में उपलब्ध है।

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5- लिपस्टिक अंडर माय बुर्का (Lipstick Under My Burkha)
निर्देशक अलंकृता श्रीवास्तव की फिल्म ‘Lipstick Under My Burkha’ चार महिलाओं की कहानी है, जो अपने दबे हुए सपनों को पूरा करने के लिए संघर्ष करती हैं। इस फिल्म को साल 2017 में सेंसर बोर्ड ने सर्टिफिकेट देने से इनकार कर दिया था। उनका कहना था कि फिल्म में बोल्ड सीन, गालियां और ऑडियो पोर्नोग्राफिक कंटेंट है। सेंसर बोर्ड के इस फैसले के खिलाफ फिल्म मेकर्स ने FCAT (Film Certification Appellate Tribunal) में अपील की। वहां से फिल्म को कुछ कट्स के साथ ‘A’ सर्टिफिकेट मिला और फिर इसे रिलीज किया गया। यह फिल्म अब Amazon Prime Video पर स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध है। इस फिल्म को टोक्यो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में ‘स्पिरिट ऑफ एशिया’ अवॉर्ड और मुंबई फिल्म फेस्टिवल में ‘ऑक्सफैम अवार्ड फॉर बेस्ट फिल्म ऑन जेंडर इक्वालिटी’ भी मिला।

इनके अलावा:

  • फायर (Fire) – समलैंगिक संबंधों की वजह से भारी विरोध झेलने वाली इस फिल्म को भी सेंसरशिप विवादों का सामना करना पड़ा। अब यह फिल्म YouTube और iTunes पर उपलब्ध है।
  • कामसूत्र: अ टेल ऑफ़ लव (Kama Sutra: A Tale of Love) – मीरा नायर की इस फिल्म में इरोटिक कंटेंट और न्यूड सीन के चलते सेंसर बोर्ड ने इसे बैन कर दिया था। अब यह फिल्म Amazon Prime (US) पर स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध है।
  • ब्लैक फ्राइडे (Black Friday) – 1993 मुंबई बम ब्लास्ट केस पर आधारित अनुराग कश्यप की यह फिल्म कोर्ट केस खत्म होने तक बैन रही। अब यह फिल्म JioCinema पर उपलब्ध है।
  • बैंडिट क्वीन (Bandit Queen) – शेखर कपूर की इस फिल्म में रेप और न्यूड सीन की वजह से बैन लगाया गया था। अब यह फिल्म YouTube और Google Play Movies पर उपलब्ध है।