बाबा रामदेव के IMA से पूछे गए 25 सवालों के बाद अब फिल्ममेकर हंसल मेहता ने भी इस पर रिएक्ट किया है। इतना ही नहीं हंसल मेहता ने तो इस बीच योग गुरु बाबा रामदेव को ‘इडियट’ तक कह डाला। दरअसल, बाबा रामदेव ने एलोपैथिक दवाइयों और डॉक्टरों पर टिप्पणी की थी जिसपर वह काफी ट्रोल भी हुए थे। बाबा रामदेव ने ट्विटर पर एक ओपन लेटर जारी किया था जिसमे उन्होंने आईएमए और कंपनी से 25 सवाल किए थे।
अब बाबा के इस ट्वीट पर फिल्ममेकर हंसल मेहता ने रिएक्ट किया औऱ कहा- ‘ये इडियट हमारे फ्रंटलाइन वर्कर्स का कीमती समय खराब कर रहा है।’ बताते चलें, बाबा रामदेव ने अपने लेटर में शुगर लेवल 1 और 2 से लेकर माइग्रेन, स्ट्रेस, ड्रग्स एडिक्शन, गुस्सा पायरिया, हेपटाइटिस, लीवर सोयराइसिस, हार्ट एनलार्जमेंट, फैटी लीवर, थायराइड, ब्लॉकेज, बाईपास, अनिद्रा, आदि को लेकर सवाल दागे थे।
एक चैनल की डिबेट के दौरान बाबा रामदेव और IMA के महासचिव डॉ. जयेश लेले के बीच इस मुद्दे पर तगड़ी बहस भी छिड़ गई थी। हालांकि बाबा रामदेव इस बीच यह कहते भी नजर आए- ‘‘मैं मेडिकल साइंस का सम्मान करता हूं। आप भी योग साइंस का सम्मान कीजिए।’
लेकिन बाबा रामदेव के इन बयानों पर और एलोपैथी पर उठाए गए उनके सवालों पर डॉ. लेले काफी नाराज नजर आए। उन्होंने कहा- वीडियो में जो ये बोल रहे हैं वह ऐसा है कि पहले दो थप्पड़ मारो और फिर बाद में सब ठीक करो। इनके दोनों बयानों में देखिए कितना फर्क है।
This idiot is wasting precious time of our frontline workers. https://t.co/kcdEEtFe7z
— Hansal Mehta (@mehtahansal) May 25, 2021
तभी बात काटते हुए बाबा रामदेव ने कहा था- अरे भाई अभी की बात करिए ना। तभी अचानक जयेश लेले भड़क उठे और बाबा रामदेव को बोले-आप चुप रहिए। कीप क्वॉयट। चुप रहिए। चुप रहिए।
बताते चलें, देश में डॉक्टरों की सबसे बड़ी संस्था आईएमए ही है। आईएमए के सेक्रेट्री जनरल जयेश लेले ने अंग्रेजी अखबार ‘दि टेलीग्राफ’ से कहा, “केंद्र की चुप्पी पर हम हैरान हैं। वीडियो को आए दो दिन से अधिक हो चुके हैं। आखिर स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस पर कुछ कहा क्यों नहीं? नीति आयोग (केंद्र सरकार का थिंक टैंक) भी क्यों नहीं बोला?”