बॉलीवुड फिल्ममेकर अशोक पंडित इन दिनों राहुल गांधी पर निशाना साधने से नहीं चूक रहे। राहुल गांधी जब से इटली गए हैं तभी से आए दिन फिल्ममेकर लगातार राहुल गांधी के खिलाफ ट्वीट कर रहे हैं। इस बार राहुल गांधी के लिए अशोक पंडित ने कहा- ‘राहुल गांधी जी काम पर ही कहां थे। साल 2014 के बाद पूरी तरह से बेकार हो गए हैं।’ राहुल गांधी के लिए किए गए इस पोस्ट पर ढेरों रिएक्शन भी सामने आने लगे। किसी ने जमकर हंसी उड़ाई तो कोई गुस्सा जाहिर करता दिखा।

अशोक पंडित ने ट्वीट कर लिखा- जब कोई बोलता है कि राहुल जी छुट्टी मनाने गए हैं , तो मन करता है कि उनको यह कहूं कि वो काम पर कब थे ! २०१४ से तो वैसे ही पूरी तरह बेकार हो गए हो ! मुन्ना यह मगरमछ के आंसू बहाना बंद करो और अपने देश लौट आओ क्योंकि यहाँ humour ख़त्म हो गया ! अशोक पंडित ने राहुल गांधे के पोस्ट पर ये ट्वीट रिप्लाई किया था, जिसमें राहुल ने किसानों को लेकर पोस्ट किया था और कहा था- सर्दी की भीषण बारिश में टेंट की टपकती छत के नीचे जो बैठे हैं, सिकुड़-ठिठुर कर वो निडर किसान अपने ही हैं- ग़ैर नहीं ।सरकार की क्रूरता के दृश्यों में अब कुछ और देखने को शेष नहीं #KisanNahiToDeshNahi।

अशोक पंडित के पोस्ट पर एक यूजर ने कमेंट कर कहा-  बीजपी वालों और अंधभक्तों को राहुल गांधी से इतना प्यार क्यों है? उनके हिसाब से तो राहुल जी की कोई वैल्यू ही नहीं है? तो एक ने कहा- अरे आज पता चला वो थर्ड ग्रेड वाली मूवी आप ही बनाते हो क्या? तो कोई बोला- जिन्हें मिलने आए हैं किसान वो कहां है कौन से बिल में घुस कर बैठ गए? क्यों बात नहीं करना चाहते? तो कोई बोला- पहली बार देखा है किसी इटैलियन को पंजाब और पंजाबियों के बारे में सोचते हुए। तो किसी ने कहा- पेड इंप्लॉय ऑफ निक्कर गैंग।

अशोक पंडित ने एक और पोस्ट किया था जिसमें उन्होंने लिखा-Opposition का EVM पर सवाल ! सेना पर सवाल ! सप्रीम कोर्ट के चीफ़ जस्टिस पर सवाल ! वैक्सीन पर सवाल ! अपने होने के अस्तित्व पर सवाल ! फैल होने वाले बच्चे हमेशा Question paper और टीचर पर ही उठाते हैं सवाल ! अशोक पंडित के इस पोस्ट पर भी जवाबों की बरसात होने लगी।

एक यूजर ने कहा- फेल होने में तो कुछ ग़लत नहीं है; आपके कहने का मतलब उन बिगड़ैल एवं खाना खराब बच्चों से है जिनका पढ़ने लिखने से तो कोई वास्ता नहीं क्योंकि उन्हें मेहनत तो करनी नहीं बस फेल होने पर दोष सवालों और शिक्षकों को देने में शरम भी नहीं आती है; परंतु ऐसे अब ज्यादा नहीं चलेगा। एक ने कहा- ये वो ही फेल होने वाला बच्चा है, जो विपक्ष पर सवाल उठा रहा है। लोग ऐसी बचकानी बातें पसंद नहीं करते है और इनका मज़ाक बनाते हैं। अंधभक्त अंधे ही होते हैं। एक यूजर बोला- राहुल की सेना और बाकी विरोधियों, सेक्युलर्स फैल हुए बच्चों से भी गए गुजरे है। कोई बोला- इनका वजूद अब समाप्त हो गया है इस लिए बिलबिला रहे हैं। किसी ने कहा- यह बच्चे नहीं ज़हर की बेल हैं। यह हर क्षेत्र में फेल हैं।