महाराष्ट्र में सियासी घमासान जारी है। एक तरफ गुवाहाटी में बैठे एकनाथ शिंदे सरकार के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं तो सीएम उद्धव ठाकरे ने भी बगावत करने वाले विधायकों के खिलाफ सख्त एक्शन की चेतावनी जारी कर दी है। सीएम उद्धव ने कहा है कि कांग्रेस आज हमारा समर्थन कर रही हैं। शरद पवार और सोनिया गांधी ने हमारा समर्थन किया, लेकिन हमारे ही लोगों ने हमारी पीठ में छुरा घोंपा। उद्धव ठाकरे के इस बयान पर जाने माने फिल्ममेकर अशोक पंडित ने ट्वीट करते हुए प्रतिक्रिया दी है।

बॉलीवुड फिल्ममेकर अशोक पंडित ने ट्वीट करते हुए लिखा कि यदि बालासाहेब ठाकरे जीवित होते तो पालघर साधुओं के हत्यारों को अब तक फांसी पर लटका दिया जाता। हनुमान चालीसा पूरे राज्य में बजती, और सोनिया गांधी और शरद पवार महाराष्ट्र पर शासन नहीं कर रहे होते। अब फिल्ममेकर के इस ट्वीट पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

अशोक पंडित के ट्वीट पर एक यूजर ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि आप जख्मो को हरा मत करो पंडित जी। कवि नाम के यूजर लिखते हैं क्या आपको लगता है कि सुशांत सिंह राजपूत को न्याय मिला है। एक यूजर लिखते हैं कि तो आप बालासाहेब के परिजनों पर सुशांत के हत्यारे का आरोप लगा रहे हैं और फिर उम्मीद कर रहे हैं कि आपको सेना सुप्रीमो से न्याय मिलेगा। मेरा मतलब गंभीरता से है कि आप लोग ऐसी चीजों की कल्पना कैसे कर सकते हैं।

एक अन्य यूजर लिखते हैं कि अगर बालासाहेब जीवित होते तो मोदी शिवसेना को तोड़ने की हिम्मत नहीं करते और उनकी पार्टी के खिलाफ एक शब्द भी ट्वीट करने की हिम्मत नहीं होती… और आप भी मातोश्री में हजारी दे रहे होते।

वरुण नाम के यूजर लिखते हैं कि सर जी जब बालासाहेब जीवित थे तब भी आरटी को शिवसेना छोड़ने और दूसरी पार्टी बनाने के लिए मजबूर किया गया था। यहां तक ​​कि बाला साहेब को भी पता था कि उनका बेटा पार्टी को नियंत्रित नहीं कर सकता, लेकिन पुत्र मोह ने उनसे ऐसा करवाया।

बता दें महाराष्ट्र में चल रही सियासी हलचल के पीछे भाजपा का हाथ बताया जा रहा है। पहले भाजपा नेता व पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के बीच मुलाकात की खबरें सामने आई थीं। अब खबर है कि शनिवार देर रात असम के मंत्री अशोक सिंघल भी शिवसेना के बागी विधायकों से मिलने गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल पहुंचे थे। अब इन सबके बीच असली शिवसेना को लेकर भी विवाद खड़ा हो गया है।