बॉलीवुड के वरिष्ठ एक्टर अनुपम खेर ने फिल्म सारांश के जरिए बॉलीवुड में डेब्यू किया था। जिसे महेश भट्ट ने डायरेक्ट किया था। भट्ट के बैनर की 30वीं वर्षगांठ में शामिल होने पर एक्टर ने अपनी खुशी जाहिर की है।  महेश भट्ट और मुकेश भट्ट के बैनर विशेष फिल्म्स ने रविवार को 30 साल पूरे कर लिए हैं। इस मौके पर अनुपम ने सोमवार को ट्विटर पर महेश भट्ट, मुकेश भट्ट, सलीम खान, श्रद्धा कपूर, आदित्य रॉय कपूर, अनु मलिक, पूजा भट्ट और डिनो मोरिया के साथ अपनी एक फोटो शेयर की। फोटो शेयर करते हुए उसे कैप्शन दिया- विशेष फिल्म्स के 30 साल पूरे होने के जश्न का हिस्सा होने पर खुशी है। महेश भट्ट साहब ‘सारांश’ के लिए हमेशा आपका आभारी रहूंगा।

अनुपम के ट्वीट का जवाब देते हुए महेश ने लिखा- अनुपम जब कोई व्यक्ति जिंदगी में कृतज्ञता को महत्व देता है तो दुनिया बेहतरीन लगने लगती है। मैं अपनी यात्रा में शामिल होने के लिए आपको धन्यवाद देता हूं। अनुपम ने केवल 28 साल की उम्र में सारांश में एक मिडिल क्लास सेवानिवृत्त मराठी व्यक्ति की भूमिका निभाई थी। जिसके बेटे की मौत हो जाती है। अनुपम को फिल्म में अपने शानदार अभिनय के लिए न केवल बेस्ट एक्टर का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था, बल्कि इस फिल्म को 1985 में बेस्ट फिल्म इन फॉरेन लैंग्वेज  कैटेगरी में एकेडमी अवॉर्ड के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के तौर पर भी चुना गया था।

बता दें कि कुछ दिनों पहले अनुपम ने कहा था- मुझे प्रियंका चोपड़ा, दीपिका पादुकोण, इरफान खान, अनिल कपूर और सूरज शर्मा पर गर्व है, क्योंकि उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शानदार काम किया है। बल्कि जब किसी भारतीय एक्टर के अंतर्राष्ट्रीय स्तर कामयाब होने की बात आती है तो ओम पुरी ध्वज वाहक थे। वो लोग आम तौर पर झूठ बोलते हैं जो अन्य अभिनेताओं को यह कहकर हतोत्साहित करते हैं कि वे ऑस्कर के पीछे इतना क्यों परेशान हैं। वे लोग खुद सबसे पहले अपना दायां हाथ आगे बढ़ाएंगे अगर हॉलीवुड सेरेमिनी या किसी हॉलीवुड फिल्म का हिस्सा बनने की बात आएगी।

अनुपम खेर ने कहा- हर आर्ट हाउस का अभिनेता बाहर की कॉमर्शियल फिल्मों में काम करने के लिए मर रहा है, हर एक्टर किसी सुपरस्टार के साथ काम करना चाहता है। ठीक इसी तरह वे सभी भारतीय एक्टर्स जो ऑस्कर्स को ज्यादा तरजीह नहीं देते हैं और कहते हैं कि वे महत्वपूर्ण नहीं है असल में झूठ बोलते हैं।