हिंदी सिनेमा जगत की जानी-पहचानी एक्ट्रेस अरुणा ईरानी (Aruna Irani) को उनकी फिल्मों में काफी पसंद किया जाता रहा है। आज वो भले ही फिल्मों में नजर नहीं आती हैं लेकिन एक समय था जब स्क्रीन पर उनकी तूती बोलती थी। ‘बेटा’ और ‘दूध का कर्ज’ जैसी बेहतरीन फिल्मों का हिस्सा रहीं अरुणा ईरानी ने पर्दे पर लीड एक्ट्रेस से खलनायिका तक का सफर तय किया है। लेकिन क्या आपको पता है कि जितनी उनकी एक्टिंग और फिल्मों की चर्चा रही है उससे कम उनकी निजी जिंदगी की नहीं रही। पर्सनल लाइफ को लेकर एक्ट्रेस काफी चर्चा में रही हैं। पहले उनका नाम महमूद के साथ जुड़ा था। वह पहले से ही शादीशुदा थे, जिसकी वजह से दोनों की शादी मुमकिन नहीं हो पाई। फिर उन्होंने शादीशुदा कुकू कोहली से शादी की लेकिन, इस रिश्ते में होकर भी उन्होंने कभी मां ना बनने का फैसला किया।
ऐसे में अरुणा ईरानी ने एक बार फिर से बात की कि आखिर क्यों उन्होंने शादीशुदा कुकू कोहली से शादी की और फिर मां ना बनने का फैसला किया। दरअसल, अरुणा ने हाल ही में लहरें रेट्रो के साथ बातचीत की, जिसमें उन्होंने अपनी पर्सनल लाइफ से लेकर फिल्मों तक के बारे में बात की। इसी बातचीत में अभिनेत्री ने बताया कि कैसे उन्हें फिर से शादीशुदा आदमी से प्यार हो गया था। वह कहती हैं कि कभी-कभी इंसान अकेला होता है और किसी से भी दिल लग जाता है। उस वक्त बस आज की खुशी दिखती है। कल का दुख नहीं। एक्ट्रेस बताती हैं कि उन्होंने कोशिश की थी कि कुकू को छोड़कर किसी और से शादी कर लें ताकि कुकू अपने परिवार के साथ खुश रहें लेकिन उन्होंने उन्हें जाने ही नहीं दिया।
शादी के बाद मां ना बनने के फैसले पर बोलीं अरुणा ईरानी
इसके साथ ही एक्ट्रेस अरुणा ईरानी ने शादी के बाद मां ना बनने के फैसले के बारे में बात की। इसकी वजह के बारे में बात करते हुए कहा कि वह खुद अपने पिता की दूसरी शादी से थीं। एक्ट्रेस बताती हैं कि बचपन में उनको अपने पिता को सबके सामने पापा कहने की परमिशन नहीं थी और ये बात उन्हें जरा भी पसंद नहीं थी। इसलिए वो नहीं चाहती थीं कि उनके बच्चे भी ऐसी किसी परेशानी का सामना करें।
इतना ही नहीं, अरुणा ईरानी आगे कहती हैं कि अगर वो बच्चा करतीं तो उनको घर बैठना पड़ जाता। वो कहती हैं कि बच्चा कोई मेड के लिए नहीं करना चाहिए। अरुणा ये भी कहती हैं कि अगर उनके बच्चे होते तो वो अपने पिता को खोजते तो शायद इसकी वजह से उनके रिश्ते में दरार आ जाती। एक्ट्रेस ने इस बातचीत में खुलकर कहा कि वह बच्चों के बिना खुश हैं। क्योंकि वह नहीं चाहती थीं कि उनके बच्चे कभी समाज की बातें सुनें या अकेलापन महसूस करें।