कल्कि 2898 ई.डी. की ब्लॉकबस्टर सफलता के साथ, प्रभास 1000 करोड़ रुपये के बिजनेस में दो बार एंट्री करने वाले पहले स्टार बन गए। नाग अश्विन द्वारा निर्देशित इस फिल्म में दीपिका पादुकोण के साथ अमिताभ बच्चन और कमल हासन जैसे दिग्गज भारतीय अभिनेता भी हैं। फिल्म की कहानी लोगों को पसंद आई थी और ये काफी लोकप्रिय भी हुई, क्योंकि लोगों को महाभारत से प्रेरित ये नया प्रयोग पसंद आया। हालांकि, एक पॉडकास्ट में हाल ही में अरशद वारसी ने प्रभास को लेकर कुछ ऐसा कहा कि हर तरफ इसी की चर्चा है।
अरशद ने कहा, “मैं वास्तव में दुखी हूं। प्रभास एक जोकर की तरह थे। मैं मैड मैक्स देखना चाहता हूं। मैं वहां मेल गिब्सन को देखना चाहता हूं। तुमने उनको क्या बना दिया यार। ऐसा क्यों करते हो? मुझे नहीं समझ में आता।” जहाँ कई लोगों ने अरशद और उनकी फिल्मों के चयन को ट्रोल करना शुरू कर दिया, वहीं कुछ ने तर्क दिया कि आलोचना के लिए एक जगह होनी चाहिए, और हर समय दिखावा करने का कोई मतलब नहीं है। बीच में मौजूद लोगों को लगा कि अरशद की बातें सही थीं, लेकिन उनके शब्दों का चयन, खासकर कल्कि में प्रभास के किरदार को जोकर कहना, एक गलत निर्णय था।
इस मामले में अब तेलुगु फिल्म बिरादरी के महत्वपूर्ण सदस्यों ने अरशद के शब्दों पर आपत्ति जताई है। आरएक्स 100 के निर्देशक अजय भूपति ने कड़े शब्दों में कहा, “प्रभास वह व्यक्ति हैं जिन्होंने भारतीय सिनेमा को दुनिया भर के दर्शकों तक पहुंचाने के लिए अपना सबकुछ दिया है और कुछ भी करने को तैयार हैं, वे हमारे देश के गौरव हैं। हम फिल्म और आपकी आंखों में ईर्ष्या देख सकते हैं, क्योंकि आप फीके पड़ गए हैं और कोई आपकी ओर ध्यान नहीं देता। अपनी राय व्यक्त करने की एक सीमा और एक तरीका होता है… ऐसा लगता है कि आपने ही उनके बारे में जो कहा है, वह आप ही हैं।”
दूसरी ओर, अभिनेता सुधीर बाबू ने इस पर इतनी तीखी टिप्पणी नहीं की, बल्कि उन्होंने अपना एक कड़ा संदेश दिया और कहा, “रचनात्मक रूप से आलोचना करना ठीक है, लेकिन बुरा-भला कहना कभी भी ठीक नहीं है। अरशद वारसी से ऐसी उम्मीद नहीं की थी।”
