‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ में मिहिर और ‘कसौटी जिंदगी की’ में मिस्टर बजाज के किरदार के लिए मशहूर रोनित रॉय ने विक्रमादित्य मोटवानी की ‘उड़ान’ से फिल्मों में वापसी की थी। इस फिल्म में उन्हें खूब पसंद किया गया था। लेकिन वह इस फिल्म के लिए मेकर्स की पहली पसंद नहीं थे। पहले उन्हें राम कपूर के रोल के लिए कास्ट किया गया था, लेकिन बाद में कुछ ऐसी परिस्थिति बनी और उन्हें भैरव सिंह का किरदार निभाना पड़ा।
हाल ही में लहरें रेट्रो को दिए एक इंटरव्यू में रोनित ने इसके बारे में बात की। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि विक्रमादित्य मोटवानी को मुझमें कुछ दिखा था। मैं पहले भैरव सिंह के रोल के लिए कास्ट नहीं हुआ था, मुझे राम कपूर के जिम्मी वाले किरदार के लिए कास्ट किया गया था।”
“एक्टर जो पहले जिम्मी का रोल कर रहा था उसने मना कर दिया। तब अनुराग ने मुझे भैरव का रोल करने के लिए कहा। उन्होंने और विक्रम ने बात की होगी। मैं शूट से सुबह 4 बजे आया और करीब 7:30 बजे मेरी पत्नी ने मुझे जगाया और कहा कि अनुराग बाहर इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने मुझे कहा कि तुम भैरव सिंह का किरदार कर रहे हो। मैंने कभी नहीं पूछा कि क्या हुआ। उन्होंने मुझे भैरव सिंह का किरदार निभाने के लिए कहा और जिमी का किरदार निभाने के लिए राम को ले आए।”
रोनित रॉय का एक्टिंग करियर काफी उतार-चढ़ाव से गुजरा है। इसके बारे में बात करते हुए एक्टर ने कहा कि 9 साल तक स्ट्रगल करने के बाद उन्हें टीवी पर ब्रेक मिला और इसे उन्होंने हल्के में नहीं लिया। वह बिना ब्रेक के घंटों काम किया करते थे और इसका नतीजा ये हुआ कि वह सेट पर बेहोश हो जाते थे।
इसके बारे में बताते हुए रोनित ने कहा, “मैं सेट पर बेहोश हुआ हूं। एक बार तो मैं एक घंटे में तीन बार बेहोश हो गया। डॉक्टरों को बुलाया गया है। मेरी बीवी नीलम भी आ गयी। सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक मैं ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ की शूटिंग करता था और शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक मैं ‘कसौटी जिंदगी की’ की शूटिंग करता था। इसलिए, मेरे पास घर जाने का समय नहीं था।” रोनित को इस वक्त फिल्म फर्रे में देखा जा रहा है। ये फिल्म सलमान खान की भतीजी अलिज़ेह अग्निहोत्री की बॉलीवुड डेब्यू है।