बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर अनुराग कश्यप 10 सितंबर को अपना 52वां जन्मदिन मना रहे हैं। वो अपनी हटके फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’, ‘ब्लैक फ्राइडे’, ‘देव डी’, ‘रमन राघव 2.0’ समेत कई एक से बढ़कर एक फिल्में बनाई हैं। उनकी फिल्मों में खूब एक्शन और ढेर सारा खून खराबा दिखाया जाता है। दर्शकों को ये सब दिखाने वाले अनुराग कश्यप खुद रियल लाइफ में ऐसा देख लें तो बेहोश हो जाते हैं। इसके बारे में उन्होंने अपने इंटरव्यू में बताया था कि आखिर क्यों उनकी फिल्में ऐसे सीन से भरी होती हैं।

फिल्म कंपैनियन को दिए इंटरव्यू में अनुराग कश्यप ने बताया कि उन्हें रियल लाइफ में खून से डर लगता है। उन्होंने ये भी बताया कि क्यों उनकी फिल्मों में इतना खून खराबा दिखाया जाता है। उन्होंने कहा था कि हिंसा के साथ उनका रिश्ता काफी कॉम्पलिकेटेड है।

उनसे इसे लेकर सवाल किया गया था, जिसके जवाब में उन्होंने कहा था, “हिंसा से मेरा बहुत कॉम्प्लिकेटेड रिश्ता है। हिंसा से मुझे बहुत फर्क पड़ता है। अगर मैं असल जिंदगी में खून देखता हूं तो बेहोश हो जाता हूं। अगर मैं कोई एक्सीडेंट देखता हूं, तो मैं बेहोश हो जाता हूं। मुझे अंतिम संस्कार में जाने से डर लगता है। हिंसा के साथ मेरा रिश्ता बहुत मुश्किल है, यही वजह है कि मेरी फिल्मों में हिंसा बहुत ज्यादा होती है, लेकिन ऑफ-स्क्रीन…।” अनुराग कश्यप ने कहा था कि वो हिंसा से हमेशा दूर रहते हैं, वॉयलेंस केवल उनकी फिल्मों में ही देखने को मिलती है, रियल लाइफ में वो इससे कोसों दूर हैं।

जिस वक्त अनुराग कश्यप ने ये इंटरव्यू दिया था, तब उनकी फिल्म ‘कैनेडी’ काफी चर्चा में थी। फिल्म में भी एक ऐसे आदमी को दिखाया गया है जो हिंसा का इतना आदी हो गया है। इसके बारे में बात करते हुए अनुराग कश्यप ने कहा था कि समाज ऐसा ही हो चुका है।

बता दें कि अनुराग कश्यप फिल्मों का निर्देशन करने के साथ-साथ एक्टिंग भी करते हैं। वह नवाजुद्दीन सिद्दीकी की ‘घूमकेतु’ समेत कई फिल्मों और वेब सीरीज में काम कर चुके हैं। हाल ही में वो विजय सेतुपति की फिल्म ‘महाराजा’ में नजर आए थे।