शो अनुपमा में बेहद रोमांचक मोड़ आ चुका है। बापूजी ने भी अनुपमा की तरह घर छोड़ दिया है। पिछले दिनों अनुपमा के ससुराल में इतना बड़ा ड्रामा हुआ था। जो कि सब वनराज की पीठ के पीछे हुआ। अब वनराज की घरवापसी होने वाली है। ऐसे में काव्या थर-थर कांप रही है कि जब वीर आएगा तो उसका जिम्मेदार वह उसे ठहराएगा। ऐसे में काव्या बापूजी को वापस घर लाने की हर संभव कोशिश कर रही है।

लेकिन बापूजी है कि अब बा के घर वापस जाना ही नहीं चाहते। अब आने वाले एपिसोड में दिखाया जाएगा कि बा बापूजी को लेने के लिए अनुपमा की चौखट पर आएगी। दरवाजा खुलेगा और बा अंदर घुसते ही बापूजी का हाथ पकड़कर अपने साथ चौखट से बाहर लेकर जानेही वाली होगीकि तभी बापूजी बा का हाथ छटक देंगे और घर का मेन डोर बंद कर देंगे। तब तक बा और काव्या चौखट से बाहर जा चुकी होगी। ऐसे में अनुपमा के घर के दरवाजे बा के लिए बंद हो जाएंगे।

ये देख कर बा को धक्का लगेगा। गुस्से में बापूजी कहेंगे कि वह यहां से चली जाए जो भी बोलना था वो बोल चुकी है। लेकिन बा भी पूरा जोर लगाएगी और कहेगी कि वह अपने पति को लिए बगैर वहां से नहीं जाएगी। ये सुनते ही बापूजी घर के अंदर से कहेंगे कि – ‘जो मर्जी कर’ । बा तब बापूजी से कहेगी कि आपने अग्नि के सामने मेरा हाथ पकड़कर मुझे वचन दिया था कि आप हमेशा मेरे साथ रहेंगे। ऐसे में बापूजी गुस्से से भरा जवाब देते हैं- ‘जितना साथ चलना था चल लिया। अब तू भी अकेली मरेगी औऱ मैं भी।’

इधर काव्या के मन में डर पैदा हो गया है, कि तभी वनराज की एंट्री होगी। वनराज को कुछ अजीब महसूस होगा। तभी वह तोषू से पूछेगा कि मेरे घर से बाहर जाने के बाद कुछ हुआ क्या? तोषू घबराते हुए नहीं कहेगा।

अब आगे क्या होगा? जब वनराज को पता चलेगा कि बापूजी घर से जा चुके हैं और अनुपमा ने उन्हें सहारा दिया है, तो क्या वह इस बात को बर्दाश्त कर पाएगा? क्या वनराज काव्या पर गुस्सा होगा? या काव्या और बा मिलकर अनुपमा के खिलाफ कोई नई स्टोरी बनाएंगे और फिर अनुपमा को वनराज गलत समझेगा? ये जानना बेहद दिलचस्प होने वाला है।