शो अनुपमा में बड़ा ट्विस्ट आने वाला है। अनुपमा को अनुज के प्यार का एहसास होने लगा है। वहीं बापूजी ने भी अनुपमा के दिल को मनाने की कोशिश की है। बापूजी का कहना है कि अनुपमा को एक बार फिर से अपने दिल की सुननी चाहिए और अपने लिए फैसला लेना चाहिए। दरअसल, अपकमिंग एपिसोड में शो का ट्रैक जबरदस्त तरीके से बदलने वाला है।

अनुपमा जब-जब अनुज को देखेगी बैक्राउंड में गाने बजते सुनाई देंगे। इसका मतलब ये है कि ट्रैक अब नई दिशा की तरफ बढ़ चला है। आने वाले एपिसोड में बापूजी अनुपमा को कहते हुए सुने जाएंगे- ‘राधा-कृष्ण जी के सिर्फ नाम मिले थे। इस युग में राधा-कृष्ण को मिलने दे बेटा। अनुज को तेरे जीवन में भेजना कान्हा जी के हाथ में था। उसे अपने मन में आने देना तेरे हाथ में है।’ बापू जी के इन शब्दों से अनुपमा शॉक हो जाएगी।

इधर जब-जब अनुज अनुपमा को किसी काम के लिए बुलाएगा तब तब अनुपमा के जहन में गाने बजेंगे- ‘जितने दूर-दूर हों उन दोनों के रास्ते, मिल जाते हैं जो बने, एक दूजे के वास्ते।’ जहां अनुपमा अनुज के नजदीक आती दिखाई जाएगी, वहीं वीर काव्या से अंदर ही अंदर बहुत नाराज होगा। क्योंकि अब पेपर्स पर काव्या का नाम है इसलिए फिलहाल वीर चुप है।

लेकिन वीर जल्दी ही कोई बड़ा चक्कर चलाएगा। जब काव्या वीर को सेटल होते देखेगी कि अब वनराज का गुस्सा शांत हो गया है, ऐसे में वह वीर से माफी मांगेगी। वीर के गले लगकर काव्या नाटक करेगी, जिसे वनराज अच्छे से समझ जाएगा। अब वह भी एक बड़ा गेम खेलेगा। तो वहीं वीर अनुज पर भी गुस्सा निकालेा और कहेगा- ‘चाहे मुझे कुछ भी करना पड़े, एक एक हिसाब बराबर करूंगा।’

बता दें, इससे पहले दिखाया गया था कि काव्या ने शाह परिवार का घर चालाकी से अपने नाम करवा लिया था। काव्या ने पूरे शाह परिवार के सामने यह बताया था कि उसने कैसे ये काम किया। काव्या ने बताया कि उसे घर अपने नाम करवाने का आइडिया किसी और से नहीं बल्कि किंजल की मां राखी दवे से मिला था। इस चीज के लिए पहले उसने बा को अनुपमा के खिलाफ उकसाया।