शो अनुपमा में कहानी ने पूरी तरह से नया रूप ले लिया है। जहां अभी तक अनुपमा को घर से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। वहीं अब वनराज ने बा को भी घर की दहलीज के अंदर आने से मना कर दिया है। अब कहानी में काव्या पीछे से एक बहुत बड़ा ट्विस्ट लेकर आने वाली है।

दरअसल, अभी तक शो अनुपमा में दिखाया गया कि अनुज से दोस्ती रखने पर बा ने अनुपमा को घर से बहुत बेइज्जत कर बाहर निकाल दिया था। फिर लीला ने बापूजी की भी बहुत बेइज्जती की थी। इस बारे में जब वीर को खबर हुई तो वह अपने बापूजी के अपमान को सहन नहीं कर पाया। उधर इस मुश्किल घड़ी में बापूजी की बेटी समान बहू उनका सहारा बनी। बापूजी अब अनुपमा के पास ही रहना चाहते हैं और कहीं नहीं जाना चाहते। इस बात से वीर और गुस्से में है।

हालांकि ये सारा किया कराया काव्या का था। वीर काव्या पर भी बरसता है कि आखिर ऐसा कैसे हो गया। अब वीर ने घर में तांडव मचा दिया है। काव्या और बा मिलकर बापूजी को मनाने के लिए जब अनुपमा के घर जाते हैं तो बापूजी आने से साफ इनकार कर देते हैं और लीला के मुंह पर दरवाजा मार देते हैं।

लीला जब उदास मन से वापस घर आती है तो वनराज का गुस्सा देख कर वह सहम जाती है। तब अनुपमा आकर बा को सहारा देती है। अब अनुपमा से बात करते हुए वीर थोड़ा नर्म हो जाता है, तो पीछे से काव्या भड़क उठती है।

अब आने वाले एपिसोड में वीर अंत में तय करेगा कि कोई कहीं नहीं जाएगा, काव्या और मैं इस घर से बाहर जाएंगे। काव्या जब ये सुनेगी तो बहुत गुस्से में आ जाएगी। पीछे से बापूजी जब आएंगे तो वनराज ये फैसला सबको सुनाएगा। लेकिन काव्या इसके लिए राजी नहीं होगी औऱ कबूल करेगी कि वनराज से शादी कर इस घर में आने की उसने सबसे बड़ी गलती की है। वहीं वनराज भी कहेगा कि काव्या को अपनी पत्नी बना कर उसने अपनी जिंदगी में सबसे बड़ी भूल की है।

ये सुनते ही काव्या भड़क उठेगी और कहेगी वीर मैं कहीं नहीं जाऊंगी तुमको जहां जाना है जाओ। काव्या कहेगी-‘आज के बाद सारे ड्रामें वीर बंद हो जाएंगे। ये घर अब मेरा है, सिर्फ और सिर्फ मेरा।’ काव्या अपने कमरे से कुछ पेपर्स लाएगी और वीर के हाथों में थमा देगी। क्या अनुपमा अब अपने परिवार को रस्ते पर आने से बचा पाएगी? ये जानना काफी दिलचस्प होगा।