बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता जैकी श्रॉफ (Jackie Shroff) एक मस्त मौला इंसान के तौर पर जाने जाते हैं। लॉकडाउन के बीच जब वह अपने परिवार से दूर हैं उनका एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है। इस वीडियो में जैकी श्रॉफ जिंदगी के फलसफे की बात कर रहे हैं। वीडियो में वे कह रहे हैं- कितनी भी समस्या हो, अपनी स्माइल अपना हेल्थ है। अपनी रीढ़ को सीधा रखो बाकी चिंता नहीं लेना है।
जैकी के जीवन की फिलॉसफी को सुन एक्टर अनुपम खेर (Anupam Kher) इतने प्रभावित हुए हैं कि वह इस वीडियो को शेयर करने से खुद को रोक नहीं पाए। वीडियो शेयर करते हुए अनुपम खेर ने लिखा, ‘जिस सादगी और बिंदासपन से मेरे दोस्त जैकी श्रॉफ़ ने जीवन के फ़लसफ़े को यहा बताया है कि उसकी मै जितनी तारीफ़ करूँ उतनी ही कम है। एक इंसान जो ज़िंदगी की भावनाओं को महसूस करता है, उसके ही अंदर से, उसकी अंतरआत्मा से ही ऐसी फिलॉसफी निकल सकती है। धन्य हो। ज़रा सुनिये जैकी श्रॉफ को।’
जीवन को लेकर क्या बोले जैकी श्रॉफ
जैकी श्रॉफ कहते हैं- ‘मां मरी, बाबा मर गए। भाई चले गए। सब चले गए। हम भी आए हैं हम भी चले जाएंगे। अब वो लेकर घूमना नहीं, क्यों आए और क्यों चले गए। कृष्णा आई, टाइगर आया और मेरी पत्नी आई। तो बैलेंस होता है लाइफ में। कुझ दिनों बाद मैं चला जाऊंगा। और ये सब चलता रहेगा। आस-पास का गम देखें तो अपना गम बहुत कम है भाई। ये याद रखना है। ये नहीं कि रोते रहना है। अच्छे-अच्छे निकल गए। कौन याद रखता है। जो जिसके लिए पैदा हुआ है वह होगा। ये लाल कलर के फूल हैं तो लाल कलर की रहेंगे। सब अपनी अपनी जगह खुश हैं
जिस सादगी और बिंदासपन से मेरे दोस्त जैकी श्रॉफ़ ने जीवन के फ़लसफ़े को यहा बताया है कि उसकी मै जितनी तारीफ़ करूँ उतनी ही कम है। एक इंसान जो ज़िंदगी की भावनाओं को महसूस करता है, उसके ही अंदर से, उसकी अंतरआत्मा से ही ऐसी फिलॉसफी निकल सकती है। धन्य हो। ज़रा सुनिये @bindasbhidu को। pic.twitter.com/v2jHwVvLuW
— Anupam Kher (@AnupamPKher) April 28, 2020
जैकी श्रॉफ आगे कहते हैं- ‘गम तो सबको है। इंसान है तो गम होगा ही। सबको मरना है। माता-पिता से प्यार करना बच्चे से प्यार करना। सब छोड़कर जाना है। दिल तो टूटता ही है लेकिन रोते रहने का काम हमारा नहीं है। रोते रहेंगे तो रोते ही रहेंगे। गुरबत में रहेंगे तो गुरबत में ही रहेंगे। आप ऊर्जावान बनो कि आपको लोग देखने आएं। कितनी भी समस्या हो, अपनी स्माइल अपना हेल्थ है। अपनी रीढ़ को सीधा रखो बाकी चिंता नहीं लेना है।’