Anubhav Sinha: बॉलीवुड डायरेक्टर अनुभव सिन्हा लगातार नेताओं पर पॉलिटिकली तंज कसते दिख रहे हैं। पिछले दिनों दिल्ली दंगों पर अनुभव सिन्हा ने ट्विटर पर अपनी खूब भड़ास निकाली थी। अब अनुभव ने एक और ट्वीट के जरिए अमित शाह के एक बयान पर फिर से निशाना साधा है। गृह मंत्री अमित शाह के बयान को कोट कर एक चैनल ने ट्वीट किया था। इस ट्वीट में अमित शाह का बयान था- ‘Delhi Violence: इतने कम समय में इस तरह के दंगे होना तभी संभव है, जब कोई साजिश रची गई हो, हमने इसे लेकर भी केस दर्ज किया है: गृह मंत्री अमित शाह।’
इस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए एक यूजर ने चुटकी लेते हुए लिखा- ‘अनुभव बोलता है’। वहीं यूजर के इस रीट्वीट को देख कर अनुभव सिन्हा ने इसमें जवाब दिया- ‘देखो भाई खामखा मेरा नाम नहीं इन्वॉल्व करने का, मैं कुछ बोलाइच नहीं।’ अनुभव के इस ट्वीट पर अन्य यूजर्स भी अपने जवाबों के साथ टूट पड़े।
एक यूजर ने लिखा- ‘अब आपको बोलने की क्या जरूरत है, आपके तो इस मुल्क में ‘थप्पड़’ से काम हो रहे हैं।’ तो वहीं एक महिला यूजर ने लिखा- ‘ये इंडिया है यहां हर कोई एक दूसरे की खींचता है ।’ किसी ने लिखा-‘भाई सारा दोष अनुभव का ही तो है।’ तो एक दूसरा यूजर कहता- अनुभव दंगे करता है, बोलता नहीं।
इस बीच कई लोग फिल्म ‘थप्पड़’ का नाम लेते हुए मजे लेने लगे- ‘बोल से डर नहीं लगता साहेब को “थप्पड़” से लगता है’। एक अन्य यूजर ने लिखा- ‘वो सब छोड़ो । डायलॉग राइटर अच्छा मिल गया आप को। सारा दिन ट्विटर पर फ्री में लोगों का मनोरंजन करता है। अब दो पैसे भी कमा लेगा।’ एक यूजर मस्ती लेते हुआ कहता- ‘सही है फिर बोलने लायकइच नही रहता’। तो कई यूजर अनुभव को सपोर्ट करते हुए कहते- ‘आपको बोलने की जरूरत ही क्या आपका तो काम बोलता है सर’। वहीं एक अन्य यूजर ने लगे हाथ अनुभव की फिल्म थप्पड़ की तारीफ करना शुरू कर दिया।
बताते चलें, Delhi Violence और CAA को लेकर गृह मंत्री अमित शाह बुधवार को संसद में बोलते दिखे। यहां उन्होंने Congress पर भी बिना नाम लिए निशाना साधा। निचले सदन में चर्चा के दौरान उन्होंने कहा, “दंगों को राजनीतिक रंग देने की कोशिश की गई, जबकि 25 फरवरी के बाद राजधानी में कोई हिंसा नहीं हुई।”
उन्होंने आगे कहा कि समय रहते दंगों पर काबू पाया गया। इसको लेकर उन्होंने Delhi Police की तारीफ भी की। शाह ने आगे कहा, “विपक्षी दलों (कांग्रेस) के नेताओं ने रामलीला मैदान में लोगों को उकसाया। उन्होंने आगे कहा- ‘अब घर से निकलने का समय है। यह आर-पार की लड़ाई है।’ क्या यह भड़काऊ भाषण नहीं है?” गृह मंत्री ने आगे कहा कि किसी भी हालत में दंगाई बख्शे नहीं जाएंगे।