आदित्य रॉय कपूर और श्रद्धा कपूर की फिल्म आशिकी-2 के गाने ‘सुन रहा है ना तू’ से पॉपुलर हुए सिंगर अंकित तिवारी का जन्म 6 मार्च 1990 को हुआ। अंकित के पिता का खुद का एक म्यूजिकल ग्रुप था जिसमें अंकित माता के भक्तिगीत गाया करते थे। उन्होंने जागरण पार्टियों में भी गाना गाया। यूपी के कानपुर शहर के अंकित आज बॉलीवुड के एक मशहूर प्लेबैक सिंगर हैं। उनके बर्थडे के मौके पर आइए आपको बताते हैं अंकित तिवारी के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य। अंकित का करियर असल में शुरू तब हुआ जब वह प्रदीप सरकार से मिले और उन्हें जिंगल्स के लिए काम करने का मौका मिला और टेलीविजन प्रोग्राम्स के लिए बैकग्राउंड स्कोर कंपोज किए। इसके बाद उन्हें फिल्म दो दूनी चार और साहब बीवी और गैंग्सटर कके लिए म्यूजिक कंपोज करने का आॅफर मिला।

हालांकि अंकित की संगीत को लेकर विद्या तभी शुरू हो गई थी जब वह महज 3 साल के थे। परिवार के ज्यादातर लोगों के म्यूजिक से जुड़े रहने के चलते उनके आसपास का ज्यादातर माहौल म्यूजिक के बारे में ही था। 3 साल की उम्र में वह अपने दादा जी से संगीत सीखते थे। और सात साल की उम्र होते होते अंकित ढोलक और तबला बजाने लगे थे और 8 वर्ष का होने तक वे हारमोनिम बजाना भी सीख गए। उनका परिवार चाहता था कि वे पहले अपनी पढ़ाई पूरी करें लेकिन संगीत के प्रति उनके रूझान को देखते हुए उनके परिवार ने उन्हें प्रोफेशनली प्रशिक्षित करने का फैसला लिया। मुंबई जाने से पहले उन्होंने ग्वालियर के एक रेडियो स्टेशन में प्रोडक्शन हेड के रूप में भी काम किया। इसके बाद वे फिल्म इंडस्ट्री में अपना भविष्य बनाने के लिए अपने भाई अंकुर तिवारी के साथ मुंबई आ गए और मुंबई के वर्सोवा इलाके में रहने लगे।

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2014 में शुरुआती फिल्मों के लिए गाए गए उनके गानों को कुछ खास रिस्पॉन्स नहीं मिला। फिल्म कांची में इस्माइल दरबार द्वारा कंपोज किए गाने कैसा है दर्द मेरा को गाया। तिवारी ने फिल्म सम्राट एंड कंपनी के दो गाने कंपोज किए। जुलाई 2014 में फिल्म सिंहम रिटन्र्स का गाना ‘कुछ तो हुआ है’ रिलीज हुआ जो कि उन्होंने तुलसी कुमार के साथ गाया था। यह गाना 24 घंटे में ही लिखा, गाया, अरेंज और रिकॉर्ड किया गाया। उन्होंने फिल्म पीके का गाना दिल दरबदर भी कंपोज किया। इस दौरान उनके जितने भी गाने रिलीज हुए, उनमें सबसे सफल और पापुलर एक विलेन का ‘गलियां’ हुआ।