अफगानिस्तान में तालिबान 20 सालों बाद सत्ता में वापस लौटते दिख रहे हैं। राष्ट्रपति अशरफ़ में देश छोड़कर जा चुके हैं और काबुल स्थित राष्ट्रपति भवन में तालिबानियों का कब्ज़ा हो चुका है। इसी बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने एक भाषण में काबुल पर तालिबानियों के कब्जे की हिमायत की है और कहा है कि अफ़गान लोगों ने गुलामी की बेड़ियां तोड़ दी हैं। इसी मुद्दे पर डिबेट के दौरान आज तक के शो में एंकर अंजना ओम कश्यप पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्त अब्दुल बासित से भिड़ गईं।

आज तक के शो, ‘हल्ला बोल’ में अंजना ओम कश्यप ने कहा, ‘इमरान खान कह रहे हैं कि गुलामी की बेड़ियों से आज़ाद हुआ है।’ उन्हें टोकते हुए अब्दुल बासित ने कहा कि इमरान खान दूसरे संदर्भ में ये बातें कह रहे थे।

पूर्व पाक उच्चायुक्त की ये बातें सुन अंजना ओम कश्यप भड़क गईं और बोलीं, ‘क्या आप इमरान खान के इस बयान को जस्टिफाई कर सकते हैं? कॉन्टेक्ट सिर्फ़ एक रहता है पाकिस्तान के लीडर का, कट्टरवादियों को खुश रखना। अब्दुल बासित साहब, आप भी ईमानदारी से बोलेंगे तो इससे इनकार नहीं कर पाएंगे। वो कह रहे हैं कि गुलामी की बेड़ियों से आज़ाद हुआ अफगानिस्तान..वो मध्युगीन सोच।’

 

 

अंजना ओम कश्यप ने अफ़ग़ानिस्तान में मची अफरा तफरी पर कहा, ‘महिलाओं के पोस्टर्स पर वो रंग पोत रहे हैं। हथियार लेकर वो शहर दर शहर कब्ज़ा कर रहे हैं। लोग घरों में फंसे हुए हैं। हेलीकॉप्टर में, हवाई जहाज के पहियों में लोग छिपे हुए हैं, वो गिर रहे हैं। आपको दिखता नहीं है?’

जवाब में अब्दुल बासित ने कहा, ‘जहां तक एयरपोर्ट का ताल्लुक है, वहां तालिबान का कोई कब्ज़ा नहीं है, अमेरिकन लोगों का कंट्रोल है वहां।’ अंजना ओम कश्यप ने उनसे फिर कहा, ‘अमेरिकन की बात छोड़िए। मैं तो खौफ पर सवाल पूछ रही हूं। मैं तो दहशत पर सवाल पूछ रही हूं कि ऐसे तालिबान की वकालत करते हैं इमरान ख़ान। ये आपको परेशान करता है या नहीं?’

 

जवाब में पूर्व पाकिस्तानी उच्चायुक्त ने कहा, ‘हमें परेशान इसलिए नहीं कर रहा फिलहाल क्योंकि तालिबान ने पूरी दुनिया को यकीन दिलाया है कि वो 90 के दशक वाले तालिबान नहीं हैं। वो महिलाओं की पढ़ाई की बात कर रहे हैं, उनके काम की बात कर रहे हैं। अभी तो उन्होंने अपने हुकूमत को सही मायनों में स्थापित भी नहीं किया, आपने अभी से उनके खिलाफ़ प्रोपेगेंडा शुरू कर दिया।’

बता दें, इमरान खान ने तालिबान के हिमायत की बातें सांस्कृतिक उपनिवेशवाद पर एक भाषण के दौरान कहीं जिसका कुछ अंश सोशल मीडिया पर वायरल है। वीडियो में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री कह रहे हैं, ‘दिमागी गुलामी को जंजीरों को तोड़ना सबसे ज्यादा मुश्किल होता है। अफगानिस्तान में अब उन्होंने (तालिबान) ने गुलामी की जंजीरें तोड़ दी हैं।’