बॉलीवुड की कई मशहूर फिल्मों की शूटिंग अफगानिस्तान में हो चुकी है। इसमें हेमा मालिनी और फिरोज खान की फिल्म ‘धर्मात्मा’ से लेकर एक्टर अमिताभ बच्चन और श्रीदेवी की फिल्म ‘खुदा गवाह’ तक शामिल है। कहा जाता है कि जिस वक्त अमिताभ बच्चन की फिल्म की शूटिंग अफगानिस्तान में हुई थी, वहां तालिबान संगठन प्रभाव में नहीं था। हालांकि मुजाहिदीन संगठन देश में तब भी मौजूद था। लेकिन खास बात तो यह है कि मुजाहिदीन ने जब अमिताभ बच्चन के आने की खबर सुनी तो उन्होंने वहां अपनी सभी आतंकी घटनाएं रोक दीं।
इस बात की पुष्टि खुद फिल्म के निर्देशक मुकुल आनंद के भाई राहुल आनंद ने की है। राहुल आनंद ने दैनिक भास्कर को दिए अपने इंटरव्यू में बताया है कि ‘खुदा गवाह’ की शूटिंग के वक्त मोहम्मद नजीबुल्लाह अहमदजई वहां के राष्ट्रपति थे। उन्होंने इस बारे में बात करते हुए कहा, “राष्ट्रपति नजीबुल्लाह के कार्यकाल में भी मुजाहिदीन का खौफ पूरे अफगानिस्तान में था।”
राहुल आनंद ने इस बारे में बात करते हुए आगे बताया, “लेकिन जब उन्हें पता चला कि अफगानिस्तान में खास अमिताभ बच्चन और डैनी शूटिंग के लिए आ रहे हैं तो उन्होंने कोई आतंकी घटनाएं नहीं कीं।” मुजाहिदीन को लेकर यह भी कहा गया था कि वह अमिताभ बच्चन के काफी बड़े फैन थे। एक्टर के लिए उन्होंने सरकार से समझौता कर लिया था।
अमिताभ बच्चन की खातिर किये गए समझौते में मुजाहिदीन ने सरकार से वादा किया था कि जब तक वह और डैनी अफगानिस्तान में फिल्म “खुदा गवाह” की शूटिंग करते रहेंगे, वह कोई भी हमला या विस्फोट वहां नहीं करेंगे। बता दें कि अफगानिस्तान में शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन को कड़ी सुरक्षा प्रदान की गई थी। भारी-भरकम फोर्स के साथ-साथ बिग बी की सुरक्षा में रशियन टैंक और चॉपर भी मौजूद रहते थे।
‘खुदा गवाह’ की लॉन्च पार्टी में अमिताभ बच्चन ने शूटिंग से जुड़े अनुभव साझा किये थे। इसी दौरान उन्होंने राजीव गांधी का भी जिक्र किया और फूट-फूटकर रोने लगे थे। एक्टर ने बताया था कि राजीव गांधी ने शूटिंग के लिए निजी स्तर पर सारे प्रयास किये थे। अनुभव साझा करते हुए एक्टर ने एक इंटरव्यू में कहा था, “शूटिंग के दौरान फइटर जेट प्लेन ऊपर से नजर रख रहे थे। आर्मी टैंक सेट के बाहर मौजूद थी। बिल्कुल युद्ध जैसा महसूस हो रहा था।”