सुपरस्टार अमिताभ बच्चन और राजेश खन्ना ने फिल्म ‘आनंद’ में साथ काम किया था। दोनों की जोड़ी को दर्शकों ने काफी पसंद किया था। हालांकि इस दौरान अमिताभ इतने बड़े स्टार नहीं थे। एक तरह से उनका करियर शुरू ही हो रहा था। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित हुई और अमिताभ को इंडस्ट्री में पहचान भी मिल गई थी। अमिताभ ने राजेश खन्ना के निधन के बाद अपने ब्लॉग में उनसे जुड़े कई किस्से साझा किए थे।

अमिताभ बच्चन ने लिखा था, ‘मैंने उन्हें फिल्म मैगजीन फिल्मफेयर में देखा था। वह फिल्मफेयर-माधुरी टैलेंट कॉन्टेस्ट के विजेता थे। इसके बाद मैंने भी उस मैगजीन के लिए अप्लाई किया था, लेकिन मेरा नाम रिजेक्ट कर दिया गया था। मेरी उनसे अगली मुलाकात फिल्म ‘अराधना’ के दौरान हुई थी। मां मुझे ये फिल्म दिल्ली के कनॉट प्लेस के रिवोली थिएटर में दिखाने ले गई थी। खचाखच भरे थिएटर और उसमें इस युवा हैंडसम एक्टर के प्रति लोगों की दीवानगी हैरान कर देने वाली थी।’

अमिताभ बच्चन आगे लिखते हैं, ‘जब मुझे फिल्म ‘सात हिंदुस्तानी’ के लिए फोन आया तो मैं बंबई गया। शूटिंग शुरू हुई और यहां मेरी दोस्ती अनवर अली से हुई। अनवर ने मेरी मुलाकात अपने भाई महमूद से करवाई। महमूद भाई की इंडस्ट्री में मौजूदगी सबसे अळग थी और यही वजह रही कि उनके सहरे पहली बार मैं राजेश खन्ना से मिल सका। ये बहुत औपचारिक मुलाकात थी। उन्होंने मुझसे हाथ मिलाया और कुछ नहीं। ये उनके लिए आम बात थी, लेकिन मेरे लिए किसी सम्मान को पाने जैसा।’

क्या थे राजेश खन्ना के आखिरी शब्द: राजेश खन्ना के निधन के बाद अमिताभ बच्चन अंतिम विदाई देने के लिए उनके घर पहुंचे थे। अमिताभ ने इस बारे में लिखा था, ‘मैं अंतिम विदाई देने के लिए दोपहर के समय उनके घर पहुंचा था। उनके कुछ करीबी लोग मेरे पास आए और मुझे बताया कि उनके आखिरी शब्द थे- टाइम हो गया। पैकअप।’ राजेश खन्ना की लोकप्रियता का जिक्र करते हुए अमिताभ बच्चन ने लिखा था, ‘उनकी लोकप्रियता कुछ इस कदर थी कि लोग स्पेन से उनसे मुलाकात करने आते थे। वह अक्सर कुर्ता पायजामा पहनते थे जो उनके व्यक्तित्व को और निखार देता था।’