गदर: एक प्रेम कथा (2001), कहो ना प्यार है (2000) और भूल भुलैया (2007) जैसी फिल्मों से मशहूर हुई एक्ट्रेस अमीषा पटेल हाल ही में अपनी जिंदगी और करियर की जानकारी देने के लिए एक पॉडकास्ट पर आईं, यहां उन्होंने अपने ग्रैंडफादर रजनी पटेल के बारे में बात की जो मशहूर राजनेता और बैरिस्टर थे। अमीषा ने बताया कि उनके घर शरद पवार, प्रफुल्ल पटेल, एम.एफ. हुसैन और धीरूभाई अंबानी जैसे लोग उनके दादा से मिलने आया करते थे और उन सभी के साथ हमारे परिवार का सम्मानजनक रिश्ता था।
मनीष पॉल से उनके पॉडकास्ट पर बात करते हुए, अमीषा ने अपनी डाउन-टू-अर्थ पर्सनैलिटी का श्रेय अपने दादा को दिया। उनके दादा 1960 के दशक के अंत में कांग्रेस में शामिल होने से पहले एक टॉप बैरिस्टर थे। अमीषा ने उन्हें याद करते हुए कहा, “मेरे दादाजी लगभग महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने वाले थे, और उनके नाम पर कई सड़कें हैं। उन्होंने ही मुझे यह सिखाया था। मैं वर्ली में उनके घर जाती थी, और कोई भी बड़ा नाम नहीं था जो उनसे मिलने नहीं आता था; आप नाम बताइए, मैंने उस व्यक्ति को देखा है। फिर भी, मेरे दादाजी का व्यवहार, चाहे वह कार्यालय में चपरासी हो या धीरूभाई अंबानी, उन्होंने सभी के साथ एक जैसा व्यवहार किया। उन्होंने मुझे सिखाया कि ‘अमीषा, चाहे आप जीवन में कितनी भी दूर क्यों न चले जाएं, व्यवहार में विनम्रता हमेशा बनी रहनी चाहिए।”
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साल 2000 में ऋतिक रोशन के साथ कहो ना प्यार है में डेब्यू करने के बाद अमीषा पटेल रातों-रात एक जाना-पहचाना नाम बन गईं। गदर: एक प्रेम कथा एक बड़ी ब्लॉकबस्टर हिट रही और इसने उनके नाम को और भी मजबूत कर दिया। अनिल शर्मा द्वारा निर्देशित इस फिल्म ने सनी देओल और अमीषा पटेल दोनों को करियर को ऊंचाई दी थी। मूल फिल्म की रिलीज़ के 22 साल बाद सनी देओल और अमीषा पटेल ने सकीना और तारा सिंह की भूमिकाएं फिर से निभाईं और बॉक्स-ऑफ़िस पर फिल्म सुपरहिट हुई।