साउथ सुपरस्टार प्रभास और कृति सेनन स्टारर फिल्म आदिपुरुष इन दिनों चर्चा में बनी हुई है। पिछले कई महीनों से फैंस फिल्म की रिलीज का इंतजार कर रहे थे। फिल्म में जहां प्रभास राम के किरदार में दिख रहे हैं तो वहीं कृति सेनन सीता का रोल निभाती नजर आ रही हैं।

फिल्म पर रिलीज के बाद से ही लगातार विवाद हो रहा है। कई राज्यों में फिल्म को बैन करने की मांग की जा रही है। इसी बीच रामानंद सागर के पौराणिक शो ‘रामायण’ में सीता माता का किरदार निभा चुकीं एक्ट्रेस दीपिका चिखलिया का एक पोस्ट सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। दरअसल, इस पोस्ट में वह रामायण सीरियल वाले लुक में नजर आ रही हैं। इस वीडियो के साथ अभिनेत्री ने बताया कि उन्होंने पब्लिक डिमांड पर एक बार फिर से इस गेटअप में आने का फैसला किया।

सीता के लुक में नजर आईं दीपिका

दीपिका चिखलिय सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं। लेटेस्ट वीडियो में दीपिका हेभगवा रंग की साड़ी में नजर आ रही हैं। सिंदूर और माथे की बिंदू उन्हें बिल्कुल सीता माता का लुक दे रहा है। वह अलग-अलग पोज दे रही हैं। साथ ही वह प्रभु की भक्ति में लीन नजर आ रही है। वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, ‘यह पोस्ट पब्लिक डिमांड पर कर रही हूं।

सीता जी के रोल के लिए आप लोगों का प्यार जो मुझे मिला है, उसके लिए मैं बहुत आभारी हूं। मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं चाहती।’ इस पोस्ट के बाद अब फैंस के रिएक्शन भी आने शुरू हो गए हैं। एक यूजर ने लिखा, ‘मैम आपका यह पोस्ट पूरी आदिपुरुष पर भारी पड़ेगा।’ दूसरे यूजर ने लिखा, ‘आपके साथ हम सभी की भावनाएं जुड़ी हुई हैं। मन में जब भी माता सीता का रूप सोचते हैं, उसमें सिर्फ आप ही आती हो…जय श्री राम।’

रामायण के साथ छेड़छाड़ पर बोलीं दीपिका

वहीं हाल ही में नवभारत टाइम्स को दिए इंटरव्यू में दीपिका चिखलिया ने कहा कि ‘आपके पास कंटेट की कमी है क्या? तो इसपर क्यों बना रहे हैं। बार-बार इसी पर क्यों बना रहा हर कोई। आप ये गलत कर रहे हैं। ये धरोहर है, जिसे आप नुकसान पहुंचा रहे हैं। अगर कोई 8-10 साल का बच्चा ये देख ले, तो उसको तो यही लगेगा कि यही रामायण है। तो ऐसी चीजें बनाओ ही मत ना।’

दीपिका ने आगे कहा कि ‘आप कहीं न कहीं आनेवाली पीढ़ी के लिए चीजें कर रहे हो, तो ऐसा कुछ भी मत कीजिए। सब कुछ अलग करना चाहते हैं, और उस चक्कर में कुछ और ही हो जाता है। दिखाना है तो रामायण की चौपाइयां दिखाइए। रामायण पर फिल्में और सीरियल बनाने की जगह आप इसे स्कूलों में विषय की तरह पढ़ाएं।’