हैदराबाद के संध्या थिएटर में मची भगदड़ में हुई महिला की मौत के मामले में 13 दिसंबर को अल्लू अर्जुन को हिरासत में लिया गया था। इसके बाद गांधी अस्पताल में उनकी मेडिकल जांच कराने के बाद उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था, जहां से 24 घंटे के भीतर ही उन्हें रिहा कर दिया गया। अल्लू अर्जुन को एक रात चंचलगुडा सेंट्रल जेल में बितानी पड़ी, जो उनके लिए काफी मुश्किल थी। हालांकि एक्टर अपने चेहरे पर मुस्कान लिए जेल से बाहर आए और उन्होंने अपने फैंस का धन्यवाद भी किया। मगर जेल में उनकी रात कैसी बीती इसके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं।
बता दें कि अल्लू अर्जुन ने अपने वकील अशोक रेड्डी के जरिए हाई कोर्ट में जमानत की अर्जी लगाई थी, जहां से उन्हें 13 दिसंबर को ही 50000 रुपये के निजी मुचलके पर अंतरिम बेल दे दी गई थी, मगर कागजी कार्रवाई में देर होने के कारण उन्हें एक रात जेल में बितानी पड़ी।
ऐसे कटी एक्टर की रात
आजतक में छपी खबर के मुताबिक चंचलगुडा जेल के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक्टर को कैदी नंबर 7697 मिला था। उनके लिए जेल में रात बिताना आसान नहीं था। वह जेल के बैरक के क्लास-1 रूम में रखा गया था। उन्होंने पूरी रात कुछ नहीं खाया और वो फर्श पर सोए।
जेल से बाहर आते ही अल्लू अर्जुन ने मीडिया से बात की थी। उन्होंने कहा कि परेशान होने की कोई बात नहीं है, वो ठीक हैं और जो हुआ उसके लिए उन्होंने माफी मांगी। एक्टर ने कहा, “मैं कानून का सम्मान करता हूं, घटना अनजाने में हुई, मैं मृत महिला के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।अगर लॉ इस केस को देख रहा है तो मैं बीच में कमेंट नहीं करूंगा। सभी के प्यार और सपोर्ट के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया। मैं आज यहां आप लोगों के सपोर्ट की वजह से हूं।” एक्टर ने फैंस को धन्यवाद किया और कहा कि वो जांच में पुलिस का पूरा सहयोग करेंगे।
बता दें कि जिस वक्त अल्लू अर्जुन जेल से बाहर आए उनके वकील और ससुर के साथ-साथ उनके चाहने वाले भी वहां मौजूद थे। वह जेल से निकलने के बाद वो घर जाकर अपनी पत्नी से मिले।
मृत महिला के पति ने किया एक्टर का सपोर्ट
अब मृत महिला के पति ने एक्टर का सपोर्ट किया है। साथ ही अपना केस वापस लेने की बात कही है। उन्होंने कहा, “मेरा बेटा फिल्म देखना चाहता था। मैं परिवार को संध्या थिएटर ले गया। अल्लू अर्जुन वहां आए थे, लेकिन यह उनकी गलती नहीं थी।”