रणबीर-आलिया की शादी इस वक्त सबसे ज्यादा सुर्खियों में हैं। उनकी शादी हिन्दू रीति-रिवाज के साथ हुई, लेकिन दोनों ने सात की जगह केवल 6 फेरे लिए। आलिया ने सातवां वचन नहीं लिया, क्योंकि उनके पिता महेश भट्ट को सातवें वचन से आपत्ति थी।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक महेश भट्ट ने आलिया को आखिरी और सातंवे वचन को लेने से पहले सोचने को कहा। वो वचन था कि आलिया को अपने जीवन के सभी फैसले रणबीर की सहमति से लेंगी। जब पंडित ने आलिया को ये वचन लेने को कहा तो महेश भट्ट ने कहा कि सोच-समझकर ही ये वचन लेना।
महेश भट्ट ने भी नहीं लिया था ये वचन: महेश भट्ट ने पंडित से कहा कि उन्होंने अपनी पत्नी से ये वचन नहीं लिया था। वो नहीं चाहते कि उनकी बेटी भी ऐसा कोई वचन ले। वो अपने फैसले लेने के लिए हमेशा आजाद रहनी चाहिए। जब महेश ने आलिया को ये बात कही तो उन्होंने भी अपने पिता की बात मानते हुए वचन नहीं लिया।
दैनिक भास्कर में ये भी जानकारी दी गई है कि शादी की तैयारियों के बीच भी महेश भट्ट एक्टिव नजर नहीं आए। शादी की तैयारियों से जुड़े ज्यादातर फैसले आलिया और रणबीर ने मिलकर लिए हैं। रणबीर की ही मर्जी थी कि शादी कम लोगों के बीच में संपन्न हो, इसलिए दोनों ने परिवार और खास दोस्तों के बीच ही सात फेरे लिए।
फिल्म की तरह डायरेक्शन कर रहे थे महेश भट्ट: आलिया के भाई राहुल भट्ट ने भी मीडिया से बात करते बताया कि दोनों की शादी की रस्में बहुत खास थी। महेश भट्ट पंडित को बता रहे थे कि उन्हें क्या करना है। राहुल ने कहा कि महेश भट्ट अचानक फिल्म डायरेक्टर बन गए थे। जैसे वो फिल्म का डायरेक्शन करते हैं, ठीक उसी तरह वो पंडित को भी समझा रहे थे। राहुल ने ये भी बताया था कि शादी में केवल तीन ही फेरे लिए गए। जिनमें एक ‘धर्म’, दूसरा ‘संतान’ और तीसरा ‘करम’ का था।
बता दें कि शादी की सुबह भी महेश भट्ट मॉर्निंग वॉक पर निकले थे। ब्लैक कलर के पजामे और टीशर्ट में उनकी तस्वीर भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई। हालांकि शादी के हर एक फंक्शन में महेश भट्ट अच्छे से तैयार दिखे। शादी में महेश भट्ट ने सफेद रंग की शेरवानी पहनी थी।