कश्मीर में राहुल भट्ट की हत्या के बाद एक बार फिर राजनीति चरम पर हैं। प्रदर्शन कर रहे कश्मीरी पंडितों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागे जाने के कारण लोगों में आक्रोश और बढ़ गया है और विपक्ष के पास, सरकार को घेरने का एक मौका मिल गया है। राहुल गांधी ने सरकार को घेरने के लिए ट्वीट किया तो फिल्ममेकर ने जवाब दिया है।

आतंकियों द्वारा मारे गये राहुल भट्ट की पत्नी का वीडियो शेयर कर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा कि ‘प्रधानमंत्री के लिए एक फिल्म पर बोलना, कश्मीरी पंडितों के नरसंहार पर बोलने से ज्यादा अहम है।  भाजपा की नीतियों की वजह से आज कश्मीर में आतंक चरम पर है। प्रधानमंत्री जी, सुरक्षा की जिम्मेदारी लीजिए और शांति लाने की कोशिश कीजिए।’

इस पर जवाब देते हुए फिल्ममेकर अशोक पंडित ने यासिन मलिक और मनमोहन सिंह की तस्वीर शेयर कर लिखा कि ‘प्रवचन देने से पहले इस तस्वीर को देख लो राहुल बाबा! आपके इस मौनी बाबा ने देश के एक खूंखार आतंकवादी को दावत पर बुलाया था, जिसने कई कश्मीरी हिंदुओं का कत्ल किया था! आपके हाथ खून से रंगे हुए है! इसलिए चुप रहो और पार्टी मनाओ!’ सोशल मीडिया पर लोग इस अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

एक यूजर ने लिखा कि ‘अशोक जी, जो कांग्रेस ने किया था, वही बीजेपी आज कर रही है, राहुल हों या मोदी अब क्या फर्क रह गया है? मर हम तब भी रहे थे अब भी मर रहे हैं और साथ ही साथ लाठी और आंसू गैस भी खा रहे हैं।’ अजय शंकर पाण्डेय ने लिखा कि ‘आज एक कश्मीरी पंडित की आतंकियों द्वारा की गई नृशंस हत्या पर जो बोलने की आपकी हिम्मत हो रही है. इसके पीछे वह फिल्म ही है , जिसने 1990 के कश्मीरी पंडितों के नरसंहार को देश के सामने ला दिया वरना कांग्रेस ने तो कभी नरसंहार की सच्चाई स्वीकारी ही नहीं थी।’

सौरभ राय नाम के यूजर ने लिखा कि ‘प्रधानमंत्री जी अपने स्वार्थ और राजनीति के लिए किसी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, फिर उसके लिए कितनी भी जाने चली जाएं या उसका दुष्परिणाम देश की जनता को भुगतना पड़े, इससे कोई मतलब नहीं।’ कृष्ण कुमार, गुड्डू सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि ‘काश, 1990 में कश्मीरी हिंदुओ ने ‘संदूक’ की जगह बंदूक उठा लिया होता तो आज इतिहास कुछ और होता, कांग्रेस के द्वारा किए गये गुनाहों की सजा भुगत रहें हैं कश्मीरी।’