जैसे ही ऐ दिल है मुश्किल के रिलीज से संकट के बादल हटे वैसे ही महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की सिने विंग ने शाहरुख खान की दो फिल्मों रईस और डियर जिंदगी का विरोध करने से मना कर दिया है। फिल्म प्रोड्यूसर गिल्ड से निर्देशक करण जौहर और महेश भट्ट ने महराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस के साथ मुलाकात की। उन्होंने इस बात का आश्वासन भी दिया कि वो लोगों की भावनाओं की कद्र करते हुए भविष्य में किसी पाकिस्तानी कलाकर के साथ काम नहीं करेंगे। फणनवीस ने अपने घर वर्षा में जौहर और भट्ट के साथ मुलाकात की। दोनों निर्देशकों ने कहा कि ऐ दिल है मुश्किल में पाकिस्तानी कलाकर फवाद की वजह से राज ठाकरे की मनसे फिल्म का विरोध कर रही है। फिल्म में फवाद का स्पेशल अपियरेंस है। जहां माहिरा खान शाहरुख की रईस से बॉलीवुड डेब्यू करने जा रही है। वहीं डियर जिंदगी में आलिया के अपोजिट अली जफर नजर आएंगे।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मिले ‘ऐ दिल है मुश्किल’ के प्रोड्यूसर्स; गृहमंत्री ने पूरी सुरक्षा का दिया आश्वासन
महाराष्ट्र नवनिर्माण चित्रपट कर्मचारी सेना की शालिनी ठाकरे से जब पूछा गया कि क्या रईस और डि.र जिंदगी को भी ऐ दिल है मुश्किल की तरह विरोध झेलना पड़ेगा? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके निर्माताओं ने हमेशा यही कहा कि फिल्म की शूटिंग उरी हमले से पहले हुई है। इसी वजह से बैठक में यह बात साफ हो गई है कि इन तीनों फिल्मों का विरोध नहीं किया जाएगा। इसके अलावा अगर कोई और फिल्म पाकिस्तानी कलाकारों को लेकर बनाई गई तो उसे रिलीज नहीं होने दिया जाएगा। यहां तक कि किसी पाकिस्तानी कलाकरों के साथ शूटिंग भी नहीं करने दी जाएगी
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एक्टर आशुतोष राणा ने कहा कि उन्हें खुशी है कि ऐ दिल है मुश्किल पर जारी संकट खत्म हो गया है। लेकिन बॉलीवुड में काम करने वाले कलाकारों पर बैन लगाकर लेकिन पाकिस्तान के साथ व्यापार को जारी रखने वाले लोगों पर बैन क्यों नहीं है। बता दें कि सेंसर बोर्ड के प्रमुख पहलाज निहलानी ने करण जौहर की फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ मामले में शुक्रवार को कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मामले में दखल देकर आज भारत के कानून को मजबूती दी है। साथ ही उन्होंने कहा, ‘सिनेमा बिरादरमी को अपनी जिम्मेदारी पता होनी चाहिए, उन्हें ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए, जिससे देश, सेना और अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचे, क्योंकि फिल्में अहम माध्यम होती हैं। जब तक आतंकवाद खत्म ना हो जाए और भारत-पाक रिश्ते ना सुधरे, तब तक सरकार भी पाकिस्तानी कलाकरों को वीजा ना दे।’

