बॉलीवुड अभिनेता और नेता परेश रावल सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। अक्सर तमाम समसामयिक मुद्दों पर अपने विचार साझा करते रहते हैं। उनका ताजा ट्वीट मंदिर और अस्पताल से जुड़ा है, जिस पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

परेश रावल ने ट्विटर पर लिखा कि ‘एक सत्य यह भी है कि भगवान को सबसे ज्यादा मंदिर की बजाए अस्पताल में याद किया जाता है।’ इस ट्वीट पर तमाम लोग रावल की खिंचाई करने लगे।राहुल तहिलियानी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘तो फिर ये बात पार्टी में उठाएं, अज्ञानियों को ज्ञान दें। पार्टी वालों को बताएं कि नफरत की नींव रखने की जगह अस्पतालों की नींव रखें।’

परेश रावल ने भी राहुल को जवाब देते हुए लिखा कि ‘राहुल भाई सही बात कही आपने, अस्पताल की नींव का पत्थर भी रखेंगे लेकिन पत्थर नींव में रखेंगे, छत पर नहीं!’ सोशल मीडिया पर अब लोग इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। शाहिद खान नाम के यूजर ने लिखा कि ‘परेश जी, मैं आपका फैन हूं, जब आपको ऐसे देखता हूं तो दुख होता है। जिस अभिनेता का कॉमेडी में अभिनय होता है उनकी फिल्म देखता हूं, वो भी ऐसी ही नफरती बातें करते हैं।’

आदित्य प्रताप नाम के यूजर ने लिखा कि ‘यदि पत्थर को नींव में रख कर आवश्यक निर्माण कर दिया होता तो छतों पर रखने के लिए बचते ही नहीं।’ सुहैल सैफी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अरे परेश रावल जी, पत्थर छत पर पहुंचेंगे तभी तो ऊपर का फ्लोर बनेगा।’ राहुल चतुर्वेदी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘रखेंगे, अभी तो सिर्फ 8 साल ही हुए हैं, पहले नफरत तो फैला लेने दो।’

अशद खान नाम के यूजर ने लिखा कि ‘आप ये किस लाइन में आ गए सर जी।’ असीम अकरम नाम के यूजर ने लिखा कि ‘और जो थोड़ा-बहुत पत्थर अस्पताल पूरा बनने के बाद बच जाए तो उसे अस्पताल की छत पर रख सकते हो।’ मौर्या नाम के यूजर ने लिखा कि ‘पत्थर तैयार, हथियार तैयार, आदमी तैयार, टूटे हुए सीसीटीवी तार तैयार,सब पहले से तैयार और दंगा अचानक?’

राजन वर्मा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘आम आदमी पार्टी वाले तो विज्ञापन वाले पोस्टर पर ही रख देते हैं।’ आशीष नाम के यूजर ने लिखा कि ‘पत्थरबाजों से पूछो पत्थर और पेट्रोल बम कहां रखेंगे?’ औरंगजेब खान नाम के यूजर ने लिखा कि ‘जिसकी बुनियाद ही नफरत पर हो, वह कोई भी छत बना लें लेकिन नफरत ही बोएंगे, भाजपा की बुनियाद ही मुस्लिमों से नफरत पर है।’