बॉलीवुड एक्ट्रेस रानी मुखर्जी ने 1997 में ‘राजा की आएगी बारात’ से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। लेकिन उन्हें पहचना करण जौहर की कुछ-कुछ होता है फिल्म से मिली। उन शुरुआती दिनों में, रानी को अलग आवाज के लिए जाना जाता था, जो आज तक उनकी सबसे अनूठी खासियत में से एक है।

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कुछ-कुछ होता है से पहले उन्होंने आमिर खान के साथ फिल्म गुलाम में काम किया था, जिसके बाद वो आती क्या खंडाला गर्ल नाम से मशहूर हो गई थीं। कम ही लोग जानते हैं कि रानी की आवाज को फिल्म में एक वॉयस ओवर आर्टिस्ट ने डब किया था।

रानी ने 2018 में दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि आमिर खान, मुकेश भट्ट और महेश भट्ट नहीं चाहते थे कि फिल्म में रानी खुद के लिए डबिंग करें। उन्होंने कहा कि मुझे लगा था कि शायद मेरे पास उतनी तीखी, अच्छी और खूबसूरत आवाज नहीं थी, जो उन दिनों एक्ट्रेस की हुआ करती थी।

रानी ने बताया था, ”गुलाम और कुछ-कुछ होता है की शूटिंग एक ही समय पर हो रही थी। जब करण जौहर की फिल्म के लिए डबिंग शुरू करने का समय आया, तो करण ने मुझसे पूछा कि क्या आमिर खान की फिल्म में उनकी आवाज को कोई और डब कर रहा है। तो मैंने कहा था कि मेरी आवाज उतनी अच्छी नहीं है।

फिर करण ने पूछा कि क्या मैंने अपनी पहली फिल्म के लिए डब किया था, क्या मुझे डबिंग से कोई दिक्कत है? करण ने मुझे कुछ-कुछ होता है के लिए डब करने को कहा।”

करण के उस फैसले से मेरे लिए सब कुछ बदल गया। कुछ-कुछ होता है बेहद लोकप्रिय फिल्म थी, जिसे सबने देखा। वहां से मेरी आवाज को भी पहचान मिल गई। भले ही इस फिल्म में रानी सपोर्टिंग रोल में थी, लेकिन दर्शकों ने उन्हें बेशुमार प्यार दिया।

आमिर को हुआ था पछतावा: उस वक्त को याद करते हुए रानी ने कहा, ”उन्हें याद है इस फिल्म देखने के बाद आमिर ने उन्हें फोन किया था। आमिर ने कहा था कि हमने तुम्हारी आवाज को डब करके गलती करदी। तुम्हारी आवाज बहुत प्यारी है। मेरे लिए वो बहुत खास पल था।” रानी ने कहा कि वो आमिर की बहुत इज्जत करती है। बता दें रानी और आमिर ने एक साथ मन, मंगल पांडे, तलाश जैसी फिल्मों में काम किया है। दर्शकों ने उनकी जोड़ी को काफी प्यार दिया था।