देश के सभी सियासी दल लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों में जुटे हुए हैं। विपक्ष को एकजुट करने के लिए पटना में 23 जून को बीजेपी विरोधी दलों की मीटिंग होने वाली है। इस मीटिंग से पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से बड़ा बयान दिया गया है। नीतीश कुमार ने लोकसभा चुनाव के समय से पहले होने की आशंका जताई है।

बुधवार को बिहार सरकार के एक कार्यक्रम में बोलते हुए नीतीश कुमार ने अधिकारियों से विकास कार्य जल्द से जल्द पूरे करने के निर्देश देते हुए कहा कि कौन सी चीज कब शुरू हो जाए, ये कोई नहीं जानता। उन्होंने कहा कि अगले साल चुनाव हो यह जरूरी नहीं है। कोई ठिकाना है, पहले ही चुनाव हो जाए। इसलिए तेजी से काम करिए। हमें अच्छा लगेगा। लोगों को खुशी होगी।

जीतनराम मांझी ने नीतीश पर बोला हमला

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने बुधवार को राज्य के सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला। अपने बेटे के इस्तीफे के लिए नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा कहा कि इस महीने की शुरुआत में मैं नीतीश कुमार से मिला था। मेरे साथ मेरी पार्टी के विधायक भी थे, जो अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों के बारे में कुछ चिंताएं साझा करना चाहते थे। इसी बैठक में नीतीश कुमार ने हम के जदयू में विलय की बात कही।

एनडीए के साथ जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम 18 जून को अपनी पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक के बाद आगे की रणनीति तय करेंगे। नीतीश के साथ मीटिंग के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि जब नीतीश कुमार विलय की बात पर अड़े रहे तो उन्होंने कहा कि यह संभव नहीं है। इसपर नीतीश ने जवाब दिया कि “तो बेहतर होगा कि आप बाहर निकल जाएं”।

HAM के फाउंडर ने बताया कि बैठक वाले दिन उन्हें गय में अपने निर्वाचन क्षेत्र में जाना था और 12 जून को लौटना था। मुख्यमंत्री ने उनसे प्रपोजल के बारे में विचार करने को कहा। मांझी ने बताया, “12 जून को मैं उनसे दोबारा मिला और विलय के लिए सहमत होने में अपनी असमर्थता से उन्हें अवगत कराया। उन्होंने फिर कहा कि अगर ऐसा है तो मैं यहां से चला जाऊं। इसलिए, मैंने अपने बेटे को अगले ही दिन इस्तीफा देने के लिए कहा।”