लोकसभा चुनाव में जौनपुर से मौजूदा सांसद श्याम सिंह यादव को पार्टी ने दोबारा इसी सीट पर मौका दिया है। उन्हें शुरू में उम्मीदवार घोषित किया गया था, लेकिन बाद में उनका टिकट काटकर बाहुबली धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी को टिकट दे दिया गया था। लेकिन पार्टी सुप्रीमो मायावती ने रविवार की रात टिकट में फिर बदलाव कर श्याम सिंह यादव को वापस मैदान में उतार दिया। वह सोमवार को नामांकन के अंतिम दिन अपना पर्चा दाखिल करेंगे।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय से एमएससी और एलएलबी की शिक्षा ली है
बसपा नेता श्याम सिंह यादव राजनेता बनने से पहले पीसीएस रहे हैं और प्रशासनिक अधिकारी के रूप में विभिन्न पदों पर काम किया है। इसके अलावा वह अधिवक्ता, निशानेबाजी के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी भी रहे हैं। पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में वह जौनपुर से बहुजन समाज पार्टी से चुने गये थे। 31 मार्च 1954 को जौनपुर में जन्म लेने वाले श्याम सिंह यादव ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से एमएससी और एलएलबी की डिग्री हासिल की है।
राजनेता बनने से पहले प्रशासनिक अधिकारी और अधिवक्ता रहे हैं
राजनेता बनने से पहले वह प्रशासनिक अधिकारी थे। उन्होंने विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं। वे एसडीएम, नगर निगम कमिश्नर, विशेष सचिव, विकास प्राधिकरण में उपाध्यक्ष जैसे पदों पर काम किया है। इसके अलावा वह 2016 से 2019 तक वह सेंसर बोर्ड के सलाहकार सदस्य रहे हैं।
श्याम सिंह यादव का खेलों में भी दखल रहा है। वह अंतरराष्ट्रीय स्तर के निशानेबाजी खिलाड़ी रहे हैं। राइफल निशानेबाजी में वह भारतीय कोच रहे हैं। ओलंपिक विजेता राज्यवर्धन सिंह राठौर को भी उन्होंने कोचिंग दी थी। इसके अलावा 2006 के मेलबर्न कामनवेल्थ गेम्स और 2008 के बीजिंग ओलंपिक गेम्स में वह भारतीय निशानेबाजी टीम के कोच रहे हैं। श्याम सिंह यादव उत्तर प्रदेश राज्य राइफल संघ के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष भी रहे हैं। इसके साथ ही वह नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) के कोषाध्यक्ष भी रहे हैं।
2019 में जौनपुर से बीएसपी टिकट पर सांसद बनने के बाद वह संसदीय समिति के अध्यक्ष भी रहे। इसके अलावा वह कोयला और इस्पात पर संसदीय स्थायी समिति के सदस्य, संसदीय संयुक्त समिति, लोकसभा में संसदीय सामान्य प्रयोजन समिति के सदस्य और पेट्रोलियम गैस मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति के सदस्य भी हैं।