उत्तराखंड के विभिन्न पार्टियों के नेता विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने के बाद से अब मंदिरों और साधु-संतों की शरण में जा रहे हैं और उनसे अपनी जीत और सत्ता में आने का आशीर्वाद ले रहे हैं। इसी क्रम में कांग्रेस के नेताओं की तरह भाजपा के नेता भी मंदिरों के घंटे घड़ियाल बजाने और साधुओं के दरों पर मत्था टेकने में लगे हैं।

उत्तराखंड भाजपा के युवा नेता और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी विधानसभा चुनाव के बाद दिल्ली रवाना हुए और पार्टी आलाकमान को राज्य में हुए चुनाव की स्थिति से अवगत कराया। इसके बाद वे सीधे हरिद्वार आए और अपने सहयोगी कैबिनेट मंत्री तथा हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार स्वामी यतिश्वरानंद और लक्सर विधानसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार मौजूदा विधायक रहे संजय गुुुप्ता के साथ हरिद्वार कनखल स्थित हरिहर आश्रम पहुंचे। वहां पर पारदेश्वर महादेव मंदिर और महामृत्युंजय मंदिर में पूजा अर्चना की। साथ ही श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज के दर्शन किए। उनका आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री और भाजपा नेताओं ने भोलेनाथ से अपनी अपनी जीत की कामना की। भाजपा के राज्य में फिर से सत्ता में आने के लिए पूजा अर्चना की।

इसके बाद धामी हरिद्वार में नीलधारा गंगा के चंडीघाट पर स्थित सिद्धपीठ श्री दक्षिण काली मंदिर गए। वहां उन्होंने काली माता की पूजा अर्चना की और सिद्ध पीठ के परमाध्यक्ष और श्री निरंजनी पंचायती अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि से मुलाकात कर भाजपा तथा अपनी के लिए उनका आशीर्वाद लिया। आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि ने बताया कि मुख्यमंत्री ने विधि विधान के साथ मां काली की पूजा की। मुख्यमंत्री ने हरिद्वार के जगजीत पुर गांव में बन रहे राजकीय मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया और अधिकारियों को तेजी के साथ काम करने के निर्देश भी दिए।

मुख्यमंत्री धामी ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि उत्तराखंड में भाजपा की प्रचंड बहुमत की सरकार बनने जा रही है। इसमें कोई संशय नहीं है हम फिर से दोबारा सत्ता में शानदार वापसी करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी के किसी भी उम्मीदवार या कार्यकर्ता को किसी से कोई भी नाराजगी है तो वह मीडिया के माध्यम से नहीं उठाएं बल्कि पार्टी के मंच पर अपनी बात रखें। मुख्यमंत्री के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक पर उन्हें चुनाव हराने की साजिश रचने का आरोप लगाने वाले लक्सर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार मौजूदा विधायक संजय गुप्ता भी थे।

दूसरी ओर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक अपनी जीत की कामना के लिए महाकाल उज्जैन में भोले बाबा की शरण में गए, जहां उन्होंने महाकाल की सपरिवार पूजा अर्चना की। उसके बाद वे उज्जैन में गंगा घाट स्थित मोनी बाबा के आश्रम मोन तीर्थ गए। वहां उन्होंने अट्ठारह भुजाओं वाली राजराजेश्वरी देवी के दर्शन किए। उन्हें फूल माला चढ़ाई और मोनी बाबा की समाधि में मत्था टेका। उन्होंने मोन तीर्थ के प्रमुख संत सुमन भाई से आशीर्वाद लिया। कौशिक ने कहा कि वे पहली बार उज्जैन आए हैं।

भाजपा के सूत्रों के मुताबिक मदन कौशिक अपने मुख्यमंत्री बनने के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय से संपर्क करने भी आए थे ताकि उत्तराखंड में यदि किसी भी पार्टी का बहुमत नहीं आता है तो वे निर्दलीय तथा बसपा के कुछ संभावित विधायकों के समर्थन से मुख्यमंत्री बन सकें। त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद भी मदन कौशिक ने मुख्यमंत्री बनने के लिए प्रयास किया था परंतु पार्टी आलाकमान ने उन्हें नकार दिया था। अब फिर से मुख्यमंत्री बनने के लिए मदन कौशिक हाथ पैर मार रहे हैं। विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा नेता मतदाताओं की जगह साधु-संतों तांत्रिकों और मठ मंदिरों के चक्कर काट रहे हैं ताकि उनकी राजनीतिक आकांक्षाएं पूरी हो सकें।