उत्तराखंड मेंआप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने छह महीने में उत्तराखंड का छह बार दौरा किया और लोकलुभावन नारे दिए। उन्होंने सोमवार को देहरादून के परेड ग्राउंड में पहली चुनावी जनसभा की, जिसे केजरीवाल ने नव परिवर्तन परिवर्तन रैली नाम दिया। इस रैली के माध्यम से केजरीवाल ने विधानसभा चुनाव का उत्तराखंड की अस्थायी राजधानी देहरादून में बिगुल फूंका।

अब तक देहरादून के परेड ग्राउंड में विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा व कांग्रेस की ओर से रैलियां हो चुकी हैं। पिछले साल चार दिसंबर को पहली चुनावी रैली भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और 16 दिसंबर को कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी ने परेड ग्राउंड में की थी। सोमवार तीन जनवरी को केजरीवाल की देहरादून रैली में भाजपा और कांग्रेस के मुकाबले भीड़ तो कम थी परंतु जितनी उसमें जोश था। यह रैली कांग्रेस और भाजपा के लिए खतरे की घंटी बन सकती है। जिस हिसाब से केजरीवाल ने रैली में ताल ठोंकी और अब सैनिकों और पूर्व सैनिकों को लुभाने के लिए जो वादे किए वह इस सैनिक बाहुल्य राज्य की जनता को अपनी तरफ खींच सकते हैं।

केजरीवाल ने अपने छठवें दौरे में दो बड़ी घोषणाएं कर सैनिकों, पूर्व सैनिकों तथा केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवानों, उनके परिवार वालों को साधने का प्रयास किया। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने देहरादून के ऐतिहासिक परेड ग्राउंड में अपनी पहली चुनावी रैली में जोश खरोश के साथ राज्य के सैनिकों को सलाम किया और ऐलान किया कि उत्तराखंड से कोई भी जवान, चाहे वह फौज से हो, या अन्य केंद्रीय सुरक्षा बल से, या फिर पुलिस महकमे से, जो देश सेवा करते हुए शहीद होगा, उसके परिवार को एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता राशि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अब पूर्व फौजियों को सेवानिवृत्त होने के बाद नौकरी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर पूर्व फौजियों को सीधे सरकारी नौकरी दी जाएगी।

केजरीवाल बड़े ही नाटकीय अंदाज में बोले -चुनावी घोषणा करना, उन पर अमल करना ,यह किसी और के बूते की बात नहीं है। यह तो केवल वे ही सकते हैं, क्योंकि ऊपर वाले ने केवल उन्हें ही यह वरदान दिया है। आम आदमी पार्टी की देखा-देखी दूसरी पार्टियां भी अब मुफ्त बिजली की बात कर रही हैं। अपनी चुनावी घोषणाओं पर जनता को विश्वास दिलाने के लिए केजरीवाल बोले-देश की राजधानी दिल्ली में उनकी पार्टी की सरकार जनता को 24 घंटे मुफ्त बिजली देती है, 35 लाख परिवारों के बिल जीरो आते हैं। यदि उत्तराखंड की जनता को 24 घंटे मुफ्त बिजली चाहिए तो इस बार आम आदमी पार्टी की सरकार बनाइए।

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को एक महीने में 5000 यूनिट मुफ्त बिजली मिलती है। राज्य के प्रत्येक मंत्री और नेता प्रतिपक्ष को महीने में 4000 यूनिट मुफ्त बिजली मिलती है। मैं यदि जनता को 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने का ऐलान करता हूं तो इनको चिढ़ क्यों लगती है? इससे पहले पांच बार उत्तराखंड का दौरा कर चुके केजरीवाल मुफ्त बिजली, रोजगार, मुफ्त तीर्थयात्रा और महिलाओं को हर महीने एक हजार रुपए देने की घोषणा कर चुके हैं। उन्होंने अपनी इन सभी घोषणाओं को केजरीवाल की गारंटी नाम दिया।

आम आदमी पार्टी की नेता हेमा भंडारी का कहना है कि केजरीवाल की इन सभी गारंटी से राज्य में अब तक 27 लाख से ज्यादा लोग अपना पंजीकरण करवा चुके हैं। साफ है कि आप और उसके नेता पर राज्य की जनता का भरोसा लगातार बढ़ रहा है और अब परेड ग्राउंड में केजरीवाल की सफल रैली मेंं जुटी भीड़ ने भाजपा और कांग्रेस की नींद उड़ा दी है।‘कांग्रेस का ज्यादा, भाजपा का कुछ कम खेल बिगाड़ेगी आप’

राजनीतिक विश्लेषक डा अवनीत कुमार घिल्डियाल कहते हैं कि आप भले ही सत्ता में न आए पर वह कांग्रेस का खेल जरूर बिगाड़ेगी और भाजपा के लिए सिरदर्द पैदा करेगी। राज्य में भाजपा से नाराज मतदाता कांग्रेस की बजाय आप के पाले में जा सकता है। साथ ही आप जितनी सैनिक बाहुल्य क्षेत्र में अपनी पकड़ बनाएगी, उतना ही भाजपा को नुकसान होगा इसलिए आम आदमी पार्टी कांग्रेस और भाजपा दोनों को नुकसान पहुंचा रही है परंतु फिलहाल वह भाजपा को कम और कांग्रेस का ज्यादा नुकसान पहुंचाने की स्थिति में दिखाई दे रही है। इसलिए आप को लोग वोट कटवा पार्टी की संज्ञा भी दे रहे हैं। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि राज्य की सत्ता में कांग्रेस को रोकने के लिए भाजपा बड़ी चालाकी से आप को राज्य की राजनीति में लेकर आई है ताकि भाजपा का सत्ता में आने का रास्ता सरल हो सके।