उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2017 के लिए प्रचार करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को हरिद्वार पहुंचे। उन्होंने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तराखंड की हालत 16-17 साल के बच्चे जैसी है, इसे संभालना होगा। हरिद्वार में पीएम ने क्या कहा, जानिए लेटेस्ट अपडेट्स:
– ये कड़वे निर्णय मैं अपने लिए नहीं, सवा सौ करोड़ देशवासियों के लिए करता हूं।
– 8 नवम्बर के बाद से अब तक कुछ लोग सो नहीं सके हैं। मेरी लड़ाई उनके खिलाफ है जिन्होंने पद पर बैठ कर लूटा है। मुझे गरीबों के लिए घर बनाना है, नौजवानों को रोजगार देना है, किसानों के खेत तक पानी पहुंचाना है। काले धन और भ्रष्टाचार की जुगलबंदी को मुझे खत्म करना है।
– उत्तराखंड का पानी, यहां कि बिजली हिंदुस्तान की प्यास भी मिटा सकती है, हिंदुस्तान का अँधेरा भी मिटा सकती है। उत्तराखंड की परवरिश का दायित्व मैं लेने के लिए आया हूं।
– उत्तराखंड का विकास हमारी प्राथमिकता है। हम विकास के रास्ते पर चलना चाहते हैं और इसमें हमें आपका साथ चाहिए।
– मैं कांग्रेस के नेताओं से कहना चाहता हूं कि जबान संभाल कर रखो, वरना हर किसी की कुंडली मेरे पास है।
– हमारी सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक करके दिखा दिया कि वह क्या करने की क्षमता रखती हैं। फिर भी कुछ लोग यह नहीं मानते और राजनीति करते रहते हैं। सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर इनको इस बात की पीड़ा थी कि हमको पता क्यों नहीं चला। राजनीति करने वाले लोग राष्ट्रनीति को समझ नहीं पाते हैं।
– पहले जो हुआ सो हुआ अब उत्तराखंड को रत्ती भर भी ये पांच साल गंवाने नहीं चाहिए। OROP के लिए कभी उन्होंने (हरीश रावत) दिल्ली सरकार के सामने अपना प्रस्ताव नहीं रखा। इनको (कांग्रेस) ना देश के वीरों की चिंता है और ना देश की सीमाओं की चिंता है।
– ये वीरों की भूमि है, वीर माताओं की भूमि है और ऐसी भूमि को पूरा हिंदुस्तान नमन करता है। पिछले पांच सालों में जो उत्तराखंड का हाल हुआ है इस से बाहर निकलने के लिए डबल इंजन की जरुरत है।
– केंद्र ने 12 हज़ार करोड़ रुपये लगाकर चार धाम को आधुनिक रास्ते से जोड़ने का काम शुरू किया ताकि देवभूमि विश्व के आकर्षण का केंद्र बने।
– उत्तराखंड के भाग्य को बदलने के लिए अटल जी ने काम किया और उनके सपनों और वादों को मैं पूरा करना चाहता हूं।
– उत्तराखंड की उम्र अभी ऐसी है कि अगर अभी इसको ठीक से संभाल लिया तो उत्तराखंड पूरे देश को संभाल लेगा।
– जब एक बच्चा 16-17 साल का हो जाता है, वह अपनी जिंदगी के बेहद अहम समय में पहुंच जाता है। इसी तरह, 2000 में पैदा हुआ उत्तराखंड बेहद अहम दौर से गुजर रहा है और आने वाले साल राज्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण होंगे।
– उत्तराखंड में सरकार के भ्रष्टाचार के बारे में सब जानते हैं, इसके बावजूद पार्टी (कांग्रेस) नेतृत्व को कोई चिंता नहीं है।
– उत्तराखंड के बारे में कुछ आध्यात्मिक बात है। यह देवभूमि है, लेकिन क्या इस धरती पर एक भ्रष्टाचारी सरकार होनी चाहिए?
