कांग्रेस ने उत्तराखंड में दोबारा से सत्ता हासिल करने पर सूबे के युवाओं को स्मार्टफोन, एक साल तक कॉलिंग और इंटरनेट डाटा मुफ्त में देने का एलान किया है। कांग्रेस ने बेरोजगार युवकों को 2500 रुपए महीने बेरोजगार भत्ता देने का वादा किया है। देहरादून के प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय मेंं राजीव भवन मेंं कांग्रेस का नौ सूत्रीय संकल्प पत्र पेश करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने यह एलान किया। कांग्रेस के संकल्प पत्र को रावत के संकल्प का नाम दिया गया है। इसमेंं नौ संकल्प रावत की ओर से लिए गए हैं जिन्हें वे फिर से सत्ता में आने पर पूरा करेंगे। कांग्रेस इस चुनाव मेंं उत्तराखंड के स्वाभिमान को लेकर लड़ाई लड़ रही है। रावत ने कहा कि भाजपा और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने उत्तराखंड के स्वाभिमान पर समय-समय पर गहरी चोट पहुंचाई है। बजट पर रोक, दलबदल, राष्टÑपति शासन लागू करना, एपीएल के गेहूं और मिट्टी तेल की बिक्री पर रोक लगाना सहित कई ऐसे फैसले लिए हैं।
इससे राज्य की जनता का अपमान हुआ है और राज्य की जनता को मुश्किलों का सामना करना पड़ है। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने संकल्प पत्र का खुलासा करते हुए बताया कि हमने जो नौ संकल्प लिए हैं, इन नौ संकल्पों मेंं युवाओं को प्रशिक्षण और 2500 रुपए बेरोजगारी भत्ता देने, 2020 तक प्रत्येक घर के एक सदस्य को रोजगार देने, हर गांव मेंं पांच आपदा मित्रों की नियुक्ति करने, तीन साल मेंं हर गांव तक बिजली, पानी व सड़क पहुंचाने, महिलाओं के लिए सरकारी नौकरियों मेंं तीन प्रतिशत आरक्षण देने, पांच साल मेंं पर्यटकों की संख्या तीन गुना बढ़ाने, हर नौजवान को फ्री स्मार्टफोन देने, सालभर के लिए कॉलिंग और डाटा फ्री सुविधा देने, 2017 तक मलिन बस्तियों के लोगों को मालिकाना हक देने, अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्ग के छात्रोें को प्रतियोगित्माक नौकरियों के लिए मुफ्त प्रशिक्षण देने के लिए अलग प्रशिक्षण संस्थान खोलने और सैनिकों के हित के लिए मार्च तक नया सरकारी मंत्रालय बनाना शामिल है।
उधर भाजपा ने रावत के संकल्प पत्र का मजाक उड़ाया। भाजपा के प्रवक्ता देवेन्द्र भसीन ने कहा कि रावत युवाओं को लुभाने के लिए भले ही कितना लालच दे, परंतु युवा उनके झूठे वादों के जाल में फंसने वाले नहीं हैं। भसीन ने कहा कि रावत संकल्प पत्र के स्थान पर अपने मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री के कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड जनता के सामने पेश करें। रावत ने मुख्यमंत्री रहते जनहित मेंं कोई कार्य नहीं किया है। उनके तीन साल के शासनकाल मेंं राज्य मेंं केवल लूट, भ्रष्टाचार और असुरक्षा की भावना बड़ी है। भसीन ने कहा कि रावत ने मुख्यमंत्री बनने के बाद बेरोजगारी भत्ता बंद किया है। आपदा के नाम पर केंद्र के पैसे का दुरुपयोग किया। उनके राज मेंं महिलाओं का अपमान हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस का मुद्दा नौ सकंल्प पूरे करना का नहीं बल्कि नौ रास्तों से उत्तराखंड को लूटने का संकल्प है।

