यूपी एनडीए में खटपट जारी है। तीन दिनों के अंदर दूसरी बार अपना दल की तरफ से भाजपा के लिए कड़े वचन आए हैं। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री और अपना दल (सोनेलाल) की सांसद अनुप्रिया पटेल ने गुरुवार (27 दिसंबर) को सख्त लहजे में कहा कि भाजपा को हालिया चुनावों में हार से सबक लेना चाहिए। उन्होंने कहा, “भाजपा को हाल के चुनाव परिणामों से सीख लेनी चाहिए। समाजवादी-पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का गठजोड़ एनडीए के लिए खतरा है।” पटेल ने कहा कि उनकी पार्टी के अध्यक्ष आशीष सिंह पटेल ने मंगलवार (25 दिसंबर) को जो कुछ भी कहा, वो उसका समर्थन करती हैं। बता दें कि आशीष सिंह पटेल अनुप्रिया पटेल के पति हैं। उन्होंने भी कहा था कि भाजपा को हालिया चुनावों से सबक लेनी चाहिए और गठबंधन में शामिल छोटे सहयोगी दलों का सम्मान करना चाहिए।

पटेल के बयान के अगले ही दिन यूपी एनडीए के दूसरे घटक दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष और योगी सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने भी भाजपा को छोटे दोलों का सम्मान करने की नसीहत दी थी। राजभर ने कहा कि अगर भाजपा सम्मानजनक सीट समझौता नहीं करेगी तो उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में अपने दम पर राज्य की सभी 80 संसदीय सीटों पर उम्मीदवार खड़ा करेगी। राजभर ने पड़ोसी राज्य बिहार में भी 16 सीटों पर प्रत्याशी खड़े करने की चेतावनी दी है।

अनुप्रिया के पति ने मंगलवार को कहा, “अगर राज्य भाजपा के शीर्ष नेताओं का स्वभाव ऐसा ही रहा तो यूपी में एनडीए को बड़ा नुकसान हो सकता है।” हालांकि उन्होंने कहा, “हम 2019 में भी पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई में फिर से एनडीए सरकार चाहते हैं लेकिन भाजपा को यूपी में अपने सहयोगियों के साथ बेहतर बर्ताव करना होगा। भाजपा को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की हार से भी सबक लेनी होगी। नहीं तो उत्तर प्रदेश में वैसा ही हो सकता है।” बता दें कि अपना दल के दो सांसद हैं। मिर्जापुर से सांसद अनुप्रिया पटेल केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री हैं। यह बात भी दिलचस्प है कि पटेल के बयान के अगले दिन यानी बुधवार को देवरिया में आयोजित सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम से अनुप्रिया पटेल ने खुद को दूर रखा।