फिर चुनाव आ गए हैं। समस्याएं सिर उठाने लगी हैं। कुछ समस्याएं दशकों से हैं। उनके समाधान के वादे भी हुए हैं। मगर समाधान नहीं हुआ। ऐसी ही एक समस्या है इटावा जिले के इकदिल टाउन एरिया को ब्लॉक बनाने की। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यह मुद्दा फिर गरमाया है। उम्मीदवार इस मुद्दे को जायज मान रहे हैं। हर दल का प्रत्याशी इकदिल को ब्लाक बनाने की मांग को उचित मान रहा है और जनता की मांग पूरी करने का वादा भी कर रहा है। मालूम हो कि इकदिल ब्लॉक के गठन की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में कई आंदोलन हो चुके हैं। सरकार को ज्ञापन भेजे जा चुके हैं। ब्लॉक गठन की मांग को अंजाम तक पहुंचाने के लिए इकदिल मिशन के नाम से संस्था बनाई जा चुकी है। इसके जरिये ग्राम प्रधानों व क्षेत्र की जनता को एकजुट करने के अलावा शासन-प्रशासन में पहल की जा रही है। फिर भी ब्लॉक के गठन का रास्ता साफ नहीं हो सका है।

अब विधानसभा चुनाव को देखते हुए क्षेत्र के लोगों ने फिर से कमर कस ली है । लोगों को यकीन है कि जब जिले में ताखा के रूप में नई तहसील बन सकती है, तो इकदिल ब्लॉक क्यों नहीं बन सकता है। इकदिल क्षेत्र के लोग तय किए बैठे हैं कि इस बार चुनाव में ब्लॉक का मुद्दे पर जोर देंगे। जो प्रत्याशी ब्लॉक बनवाने का वादा करेगा वह उसी के साथ रहेंगे। ब्लॉक की मांग से भरथना, महेवा व बढ़पुरा ब्लाकों के करीब ढाई लाख लोग जुड़े हैं । इकदिल मिशन संस्था के संयोजक दीपक राज समय-समय पर मांग को उठाते भी रहे हैं। संस्था के प्रयास से कई प्रधानों ने इकदिल को ब्लॉक बनाने की हामी भी भर दी है। बढ़पुरा, महेवा, भरथना एवं बसरेहर ब्लॉक के ७५ गांवों की करीब ढाई लाख की आबादी को मिलाकर इकदिल ब्लॉक बनाया जाना प्रस्तावित है।

दरअसल उक्त गांवों की ब्लॉक मुख्यालय से दूरी करीब २०-२२ किमी के बीच पड़ती है। ऐसे में क्षेत्र के लोगों का कहना है कि इकदिल ब्लॉक बन जाए तो काफी सहूलियत होगी। इन ब्लाकों की कुल ४८ ग्राम पंचायतों को इकदिल ब्लॉक में शामिल करने का प्रस्ताव है। मगर अभी भी ब्लॉक के गठन का रास्ता काफी दूर माना जा रहा है। अव्वल तो यह प्रस्ताव जिले स्तर से पास होना है। उसके बाद शासन की मोहर लगनी है। जिसका रास्ता फिलहाल सरल नहीं है।इकदिल ब्लॉक के गठन के लिए इस बार ग्रामीणों के साथ-साथ प्रधानों का भी भरपूर समर्थन मिल रहा है। चुनाव के दौरान आने वाले प्रत्याशियों से पूछा जाएगा कि आप ब्लाक के लिए क्या करेंगे। जहां तक ब्लाक गठन के मानकों का सवाल है तो सभी मानक पूरे हो रहे हैं। ८ न्याय पंचायतें व ४८ ग्राम पंचायतें इसमें शामिल करना प्रस्तावित हैं। महेवाए बढ़पुरा, बसरेहर व भरथना ब्लाक ने अपनी रिपोर्ट लगा दी है कि ब्लाक बनना चाहिए और जो ग्राम पंचायतें कटनी चाहिए उन्हें काटकर इकदिल ब्लाक में शामिल किया जाए। अब क्षेत्र के लोग व प्रधान ही तय करेंगे कि चुनाव के वक्त इस पर क्या निर्णय लिया जाएगा।