अन्य दलों को छोड़कर भाजपा में आये लोगों को टिकट देने और भाजपा कार्यकर्ताओं की कथित अनदेखी से उपजे असंतोष के परिप्रेक्ष्य में हो रहे विरोध और प्रदर्शनों पर पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने आज (28 जनवरी को) कहा कि जब टिकट के लिए झगड़ा होता है तब अच्छे दिन आने वाले होते हैं। शाह से जब टिकट बंटवारे से उपजे भाजपा कार्यकर्ताओं के असंतोष और प्रदर्शन के बारे में सवाल किया गया तो बोले, ‘‘आपने लगता है कि राजनीतिक दल नहीं चलाया है। जब टिकट के लिए झगड़ा होता है तब समझिये अच्छे दिन आने वाले होते हैं। जहां झगड़ा हो, वहां समझो अच्छे दिन आने वाले हैं। जहां झगड़ा नहीं होता, वहां मानकर चलते हैं कि हारने वाले हैं।’’
जब यही सवाल दूसरे ढंग से दोहराया गया तो शाह ने प्रश्न करने वाले पत्रकार से कहा, ‘‘हमारी पार्टी का काम है, हम पर छोड़ दीजिए। हम कभी कहते हैं क्या कि आपको क्या लिखना है।’’ सपा और कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगाने वाली भाजपा ने भी उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए टिकट बंटवारे में ‘परिवारवाद’ चलाया है, इस सवाल पर भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि परिवारवाद से उनका मतलब है कि जब मुलायम सिंह यादव के बाद उनका बेटा (अखिलेश यादव) मुख्यमंत्री बनता है। नेहरू की बेटी इंदिरा जी और फिर उनका बेटा राजीव गांधी प्रधानमंत्री बनता है। ‘‘इसे परिवारवाद कहते हैं। विधायक या सांसद बने तो उसे परिवारवाद नहीं कहते।’’
भाजपा के एक नेता ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि टिकट बंटवारे में अनदेखी को लेकर कार्यकर्ता अपना असंतोष विरोध-प्रदर्शन के रूप में व्यक्त कर रहे हैं। आत्मदाह के प्रयास भी हुए और कहीं कहीं उग्र प्रदर्शन हुए। इन कार्यकर्ताओं को पार्टी नेतृत्व समझाने में लगा है।
