उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के गठबंधन सहयोगी अपना दल (एस) ने रविवार को रामपुर जिले की स्वार विधानसभा सीट से हैदर अली खान को पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया है। खास बात है कि बीजेपी के साथ अपना दल का अभी औपचारिक समझौता ही हुआ है। सीट शेयरिंग को लेकर कोई साझा ऐलान नहीं किया गया है। 2017 में अपना दल के हिस्से में 11 सीटें आई थीं, जिसमें 9 पर जीत मिली थी।
अपना दल (एस) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश पटेल ने रविवार को हैदर अली खान के स्वार विधानसभा क्षेत्र से पार्टी का प्रत्याशी बनाए जाने की जानकारी दी। पटेल ने कहा कि खान ने कांग्रेस छोड़कर बीते दिनों अपना दल (एस) के नेतृत्व से प्रभावित होकर दिल्ली में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी। कांग्रेस ने खान को स्वार से अपना प्रत्याशी भी घोषित कर दिया था।
नवाब परिवार से संबंध रखने वाली रामपुर की पूर्व सांसद बेगम नूर बानो के पौत्र हैदर अली दूसरे उम्मीदवार हैं, जो कांग्रेस प्रत्याशी घोषित होने के बाद टिकट ठुकराकर अन्य दल के उम्मीदवार बने हैं। हैदर अली खान को कांग्रेस ने 13 जनवरी को अपनी पहली सूची में स्वार से उम्मीदवार बनाया था। उसी सूची में बेगम नूर बानो के पुत्र काजिम अली खान को रामपुर से कांग्रेस का उम्मीदवार घोषित किया गया।
2017 में स्वार विधानसभा क्षेत्र से अब्दुल्ला आजम खान सपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीते थे। रामपुर के सपा सांसद आजम खान के पुत्र अब्दुल्ला आजम खान की पिछले दिनों करीब दो वर्ष बाद सीतापुर जेल से रिहाई हुई और वह फिर से सपा से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने अब्दुल्ला आजम खान को चुनावी हलफनामे में विसंगति के कारण दिसंबर 2019 में विधायक के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया था। रामपुर जिले में नवाब परिवार और आजम खान के बीच राजनीतिक प्रतिस्पर्धा है।