प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण किया। जबकि, दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी और उनके मुखिया लगातार दावा कर रहे हैं कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पूर्व की सपा सरकार के कार्यकाल में पास हुआ था। समाजवादी पार्टी के इन दावों पर अब भाजपा सरकार ने फैक्ट चेक रिपोर्ट जारी किया है।
इंफो उत्तर प्रदेश फैक्ट चेक के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इसके बारे में बताया गया है, ” काशी विश्वनाथ धाम के विकास को लेकर 2012 से 2017 के दौरान कैबिनेट में कोई चर्चा नहीं की गई। पूर्व की सपा सरकार के दौरान श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को लेकर प्रस्ताव पास होने का दावा पूर्णतः गलत है। कृपया भ्रामक सूचनाएं सोशल मीडिया पर प्रसारित करने से बचें।” इस फैक्ट चेक में सपा के दावे को ‘फेक’ बताया गया है।
रविवार को समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल द्वारा एक ट्वीट किया गया था जिसमें अखिलेश यादव का बयान था, ”काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को समाजवादी सरकार की कैबिनेट ने पास किया था, हम उसके डॉक्यूमेंट देकर अपनी बात से सिद्ध करेंगे।”
इसके बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की क्रोनोलॉजी जारी की थी। अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में दावा किया था, ”काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लिए सपा सरकार में करोड़ों का आवंटन हुआ। सपा सरकार में कॉरिडोर हेतु भवनों का अधिग्रहण शुरू हुआ। मंदिरकर्मियों के लिए मानदेय तय किया गया।” साथ ही, अखिलेश यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर तंज कसा था और कहा था, ‘पैदलजीवी’ बताएं कि सपा सरकार के वरुणा नदी के स्वच्छता अभियान को क्यों रोका और मेट्रो का क्या हुआ।”
सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करने के बाद कहा, ”काशी के सभी बंधुओं के साथ बाबा विश्वनाथ के चरणों में हम नमन करते हैं। हमारे पुराणों में कहा गया है कि जैसे ही कोई काशी में प्रवेश करता है, सारे बंधनों से आज़ाद हो जाता है।”
उन्होंने कहा, ”अभी मैं बाबा के साथ साथ नगर कोतवाल कालभैरव जी के दर्शन करके भी आ रहा हूँ, देशवासियों के लिए उनका आशीर्वाद लेकर आ रहा हूँ। काशी में कुछ भी खास हो, कुछ भी नया हो, उनसे पूछना आवश्यक है। मैं काशी के कोतवाल के चरणों में भी प्रणाम करता हूं।”