यूपी विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही नेताओं का दल बदलना शुरू हो चुका है। बता दें कि योगी सरकार में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य, दारा सिंह चौहान और धर्मपाल सिंह सैनी ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। वहीं इन तीन मंत्रियों समेत अबतक कुल 14 विधायकों ने इस्तीफा सौंप दिया है।

संजय राउत का दावा: इस दल बदलने की रेस के बीच अब शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने दावा किया है कि योगी सरकार के 10 मंत्री इस्तीफा दे सकते हैं। उन्होंने कहा, “अभी यूपी में इस्तीफों का आंकड़ा बढ़ता जाएगा। अभी तो ये शुरुआत है। मेरी जानकारी है कि योगी सरकार के 10 मंत्री और इस्तीफा दे सकते हैं। जब अपने प्रमुख मंत्री ही छोड़कर जा रहे हैं तो समझ लीजिए कि ​यूपी चुनाव में हवा किस दिशा में जा रही है।”

सिद्धार्थ नाथ सिंह का पलटवार: लगातार हो रहे इस्तीफों पर योगी सरकार में मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, “जनता से फीडबैक लेने के बाद ही भाजपा टिकट देती और टिकट काटती है। जब आपको पता चलता है तो आप भागोगे। अखिलेश जी के यहां तो दरवाजे खुले हुए हैं।” उन्होंने कहा कि सबको भर्ती कर लो, हमें इसपर कोई ऐतराज नहीं है। लेकिन चुनाव के परिणाम वो ही आएगा 300 पार।”

नरेंद्र सिंह तोमर ने क्या कहा: यूपी की स्थिति को लेकर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मध्य प्रदेश के ग्वालियर में शुक्रवार को कहा कि भाजपा नेतृत्व उत्तर प्रदेश में सारी परिस्थितियों पर निगरानी रखे हुए है, उत्तर प्रदेश में इस्तीफा देना कोई बहुत आश्चर्यजनक नहीं है।

भाजपा प्रवक्ता क्या बोले: इस मामले में भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने एक टीवी डिबेट में कहा कि जिन लोगों को अपना टिकट कटने का सता रहा था, वही लोग भाजपा छोड़कर जा रहे हैं। उन्होंने कहा ऐसा संभव नहीं है कि 2017 में जितने विधायक जीते, उन सभी को इस बार भी टिकट मिल जाएगा। ऐसे में जिनको टिकट कटने का एहसास हुआ है वो दूसरा रास्ता तलाश रहे हैं।

स्वामी प्रसाद मौर्य का हमला: दूसरी तरफ भाजपा का साथ छोड़ने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार योगी सरकार पर हमलावर हैं। 14 जनवरी को उन्होंने कहा, “भाजपा के खात्मे का शंखनाद बज गया है। भाजपा ने देश और प्रदेश की जनता को गुमराह कर उनकी आंखों में धूल झोंकी है और जनता का शोषण किया है। अब भाजपा का खात्मा करके उत्तर प्रदेश को भाजपा के शोषण से मुक्त कराना है।”