उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं और दो चरणों के चुनाव संपन्न भी हो चुके हैं। उत्तर प्रदेश चुनाव में इस बार कई ब्यूरोक्रेट भी मैदान में हैं। इसी क्रम में कानपुर के पूर्व पुलिस कमिश्नर और आईपीएस असीम अरुण ने भी जनवरी महीने में नौकरी से वीआरएस लेकर बीजेपी ज्वाइन कर ली। असीम अरुण के बीजेपी ज्वाइन करने के बाद बीजेपी ने कन्नौज जिले की कन्नौज सदर सीट से उन्हें टिकट भी दे दिया। बता दें कि कन्नौज सदर सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है।
चुनाव प्रचार के दौरान असीम अरुण ने एक टीवी चैनल को इंटरव्यू दिया। इंटरव्यू के दौरान पत्रकार ने असीम अरुण से कहा कि राजनीति में आकर आप फंस गए हैं। इसके जवाब में असीम अरुण ने कहा कि नहीं ऐसा कुछ नहीं है। फिर रिपोर्टर ने कहा कि आप ऐसे फंस गए हैं कि जब मैं रिसर्च कर रहा था, आप के खिलाफ कोई विवाद नहीं मिला। जब आप विवादित नहीं है तो राजनीति में चलेंगे कैसे? इसके जवाब में असीम अरुण ने कहा कि इसीलिए तो मैं राजनीति में आया हूं। इसीलिए मुझे आमंत्रित किया गया है, क्योंकि मैंने हमेशा इमानदारी से और अपने पिताजी के सिद्धांतों पर चलकर पुलिस की नौकरी की। मुझे विश्वास है कि राजनीति या लोकसेवा भी सिद्धांतों पर भी होगी, तभी मुझे इसका आनंद आएगा।
वहीं एक बार असीम अरुण ने बयान दिया था कि पहले की सरकारों में अपराधियों को छोड़ने के लिए कहा जाता था, लेकिन योगी सरकार में ऐसा नहीं है। इसी के संबंध में पत्रकार ने प्रश्न किया जिसके जवाब में असीम अरुण ने कहा कि पहले के मुकाबले हमारा लोकतंत्र और मजबूत हुआ है। अब गांव में लोग जाति और धर्म के आधार पर वोट नहीं कर रहे हैं बल्कि विकास के आधार पर वोट कर रहें हैं।
असीम अरुण ने इंटरव्यू में आगे कहा कि पुलिस की वर्दी को हमेशा मिस करता हूं और आगे भी मिस करता रहूंगा। मैं जब अपने पद पर था तब राजनीति से प्रेरित होकर कोई भी काम नहीं किया हूं और पूरी तरह ईमानदारी और निष्पक्षता से काम किया करता था।
इंटरव्यू के दौरान असीम अरुण ने बताया कि पूर्व की सरकारों के दौरान जब मैं पुलिस में था तब फोन आया करता था कि अपराधियों को छोड़ दो। वहां से कहा जाता था कि अब गलती नहीं करेगा, इसकी आखरी गलती है। असीम अरुण ने आगे कहा कि इस सरकार में पुलिस को निष्पक्ष माहौल दिया गया है और जहां पर पुलिस से गलती हुई है वहां पर पुलिस को भी दंडित किया गया है। इस सरकार में कभी फोन नहीं आया कि इस अपराधी को छोड़ दो।