उत्‍तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की घोषणा होने के बाद योगी सरकार से इस्‍तीफा देने वाले स्‍वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि बीजेपी ने ओबीसी के लिए कुछ नहीं किया है। इस पर स्‍वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘देखिए पूरा ओबीसी, पूरा दलित इस बात को देख रहा है कि जो बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर ने जो भारतीय संविधान के माध्‍यम से आरक्षण की व्‍यवस्‍था की थी, भारतीय जनता पार्टी उसे अजगर की तरह निकल रही है।’

आरक्षण के हक को अजगर की तरह निगल रही बीजेपी सरकार

स्‍वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘योगी सरकार ओबीसी को भिखारी, मज़दूर बनाना चाहती है। कैबिनेट में भी मैंने इसके लिए आवाज उठाई थी।’ उन्‍होंने कहा, ‘मैंने योगी मंत्रिमंडल से मंत्रीपद से इस्‍तीफा दिया है और कारण मैंने स्‍पष्‍ट किया है। जिस तरीके से भारतीय जनता पार्टी की सरकार में अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़े वर्गों के आरक्षण के साथ घिनौना मजाक किया जा रहा है। अजगर की तरह इनके हक और आरक्षण को ये सरकार निगल रही है। साथ ही साथ आरक्षित जगहों पर सामान्‍य लोगों की भर्ती कर रही है। बिना आवेदन निकाले, बिना अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्गों का आवेदन मांगे, एक लाइन का प्रस्‍ताव लाया जाता है कि ये अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्गों के अभ्‍यर्थी पाए नहीं गए, इसलिए इनकी जगह पर सामान्‍य वर्ग के लोगों की भर्ती कर दी जाए। इस आदेश के माध्‍यम से सारे मेडिकल कॉलेजों में सामान्‍य वर्ग की तैनाती कर दी।’

‘मैंने केंद्रीय नेताओं को भी आक्रोश जाहिर किया’

स्‍वामी प्रसाद मौर्य ने आगे कहा, ‘ये निजी हाथों में सरकारी संस्‍थानों के सौंपते जा रहे हैं। क्‍योंकि निजी क्षेत्र में आरक्षण की व्‍यवस्‍था लागू हो नहीं सकती। जानबूझकर ऐसा किया जा रहा है, जिससे कि अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्ग के लोग चौराहे पर खड़े हो जाएं, भिखारियों की तरह फिर से जाकरके मजदूरी करें और जीने के लिए मोहताज हो जाएं। इनकी मजदूरी का फायदा ये सरकार में उठाते रहें। इनकी बात मैं समय-समय पर कैबिनेट में ये मुद्दा उठाता रहा। केंद्रीय नेताओं को भी अपना आक्रोश जाहिर किया।’

पिछड़े वर्गों के पदों पर योगी सरकार ने की सामान्‍य वर्ग की नियुक्ति

स्‍वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘भारत सरकार की ही संवैधानिक संस्‍था है, पिछड़ा वर्ग आयोग, उसने 69000 शिक्षकों की भर्ती में 19000 आरक्षित पदों पर सामान्‍य लोगों की भर्ती में करने जा जिक्र करते हुए योगी सरकार को निर्देश दिया था कि सामान्‍य लोगों की ये जो भर्ती की गई है ये पिछड़े वर्गों के साथ अन्‍याय है। हालांकि, योगी सरकार ने 19000 की जगह इस तरह की 6000 भर्तियों को स्‍वीकारा, लेकिन इन 6000 पदों पर भी एक भी तैनाती नहीं थी।’ किसानों के मुद्दे पर बीजेपी सरकार को घेरते हुए स्‍वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘ये पही ऐसी सरकार है, जिसने किसानों की आवाज और जब उसे लगा कि चुनाव आ रहे हैं और जमीन खिसक रही है, तब जाकर कृषि कानूनों को वापस लिया गया।