उत्तर प्रदेश में गुरुवार को पहले चरण के चुनाव के लिए मतदान हुआ। इस बीच, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ प्रचार में जुटे आरएलडी जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) ने अपने एक बयान को लेकर किरकिरी होने के बाद यूटर्न ले लिया और कहा कि वह मथुरा पहुंचकर वोट डालने का प्रयास करेंगे। इसके पहले, जयंत चौधरी के कार्यालय की ओर से जानकारी दी गई थी कि चुनाव प्रचार में व्यस्तता के कारण जयंत चौधरी मतदान करने नहीं जाएंगे। इसको लेकर बीजेपी के कई बड़े नेताओं ने जयंत पर तंज कसा।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी जयंत चौधरी पर तंज किया और कहा, “आज एक नेता जिसको वोट डालना था, मतदान का प्रयोग करना था उन्होंने अपने मतदान का प्रयोग ही नहीं किया। ये परिवारवाद की ठसक है, घमंड है। ऐसे लोगों को प्रजातंत्र की हनक जवाब देती है।”
वहीं, वोट न डालने के बयान के बाद जयंत चौधरी की जमकर किरकिरी होने लगी, इसके बाद उन्होंने सफाई दी। जयंत चौधरी ने कहा, “मैं मथुरा का मतदाता हूं। अभी, हम बिजनौर में हैं। पहले और दूसरे दौर के प्रचार के लिए सिर्फ 2 दिन का समय है। मेरी पत्नी ने सुबह ही मतदान किया। यहां प्रचार खत्म होने के बाद मैं 6 बजे तक मथुरा में बूथ पर पहुंचने का प्रयास करूंगा।” हालांकि, जयंत चौधरी के मथुरा पहुंचकर वोट देने की अभी तक कोई सूचना नहीं है।
जेपी नड्डा ने कहा, “हम उत्तर प्रदेश को दंगा मुक्त, गुंडा मुक्त, माफिया मुक्त, आतंकवादियों को संरक्षण देने वालों से भी मुक्त रखेंगे। इसलिए एंटी टेरेरिस्ट कमांडो सेंटर देवबंद में, मेरठ, रामपुर, आजमगढ़, कानपुर और बहराइच में बनेंगे।”
दूसरी तरफ, समाजवादी पार्टी ने मतदान शुरू होने के बाद से लगातार अनियमितता के आरोप लगाए। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से ईवीएम की खराबी पर कार्रवाई करने की अपील की। कई जगहों पर ईवीएम में खराबी की शिकायत आई थी जिसके बाद उन स्थानों पर कुछ देर के लिए मतदान प्रभावित हुआ था। बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण में शाम पांच बजे तक कुल 57.79 फीसदी मतदान हुआ है।