उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में उतर रही आरएलडी के मुखिया जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) ने अपना नाम बदलकर चौधरी जयंत सिंह (Chaudhary Jayant Singh) कर लिया है। इस पर एक टीवी चैनल से बात करते हुए जंयत चौधरी ने कहा कि नाम में क्या रखा है।
एबीपी न्यूज के कार्यक्रम ‘घोषणापत्र’ में पूछे गए एक सवाल पर जयंत चौधरी ने कहा, “नाम में क्या रखा है, पासपोर्ट पर मेरा नाम जयंत कुमार सिंह है।” हालांकि, उन्होंने बताया, “चौधरी साहब (अजीत सिंह) के निधन के बाद बहुत सी चीजें हम नहीं कर पाए कि उस वक्त बीमारी का प्रकोप ऐसा था। फिर हमने छपरौली में एक कार्यक्रम किया, जो वहां की परंपरा है उसके हिसाब से, वहां बुजुर्ग लोग आए और उन्होंने आशीर्वाद दिया, उन्होंने पगड़ी बांधी और कहा कि मैं अब जयंत चौधरी न लिखकर चौधरी जयंत सिंह लिखना शुरू करूं।”
आरएलडी प्रमुख ने योगी सरकार पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पिछली पांच साल में बीजेपी की सरकार में बहुत अहंकार भर गया और वो किसी आंदोलन को तरजीह नहीं देते हैं। उन्होंने कहा कि लखनऊ जाने वाले किसानों और नौजवानों को सीएम योगी धमकाना शुरू कर देते हैं, इनके घरों की कुर्की की जाती है।
गठबंधन की सरकार बनी तो वे उपमुख्यमंत्री बनेंगे? इस सवाल पर जयंत चौधरी ने कहा, ”सत्ता के लिए लड़ाई जरूर है लेकिन व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है। मैं नहीं मानता कि सत्ता में रहकर कोई मौज होती है। एक जिम्मेदारी है और जो भी जिम्मेदारी मिलेगी उसे निभाना मेरी जिम्मेदारी है। अभी मेरी जिम्मेदारी है कि मैं अपने संगठन को मजबूत करूं और इसका दायरा बढ़ाऊं।”
सपा सरकार में खराब कानून व्यवस्था पर आपकी क्या राय है? इस पर पूर्व की सपा सरकार का बचाव करते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि 2017 के बाद के अपराध के आंकड़ों में लगातार बढ़ोतरी होती गई है। उन्होंने कहा कि 5 साल बाद हम तो सवाल पूछेंगे न। पुलिसवालों पर जनता का विश्वास इन्होंने ठोंक दो ठोंक दो, करके कमजोर कर दिया। जयंत ने कहा कि एनकाउंटर स्टेट पॉलिसी का हिस्सा नहीं बन सकते हैं। आरएलडी प्रमुख ने कहा, “हमने अपने मेनिफेस्टो में कहा है कि साझी सरकार बनेगी और किसी प्रकार की गुंडागर्दी को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।”