उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार जारी है और सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। चुनाव आयोग के नियम अनुसार कोई भी नेता या राजनीतिक दल बड़ी सभा नहीं कर सकते। हालांकि 20 लोगों के साथ डोर टू डोर कैंपेन और 1000 लोगों के साथ बैठक करने की इजाजत दी गई है। 11 फरवरी को चुनाव आयोग फिर से प्रचार को लेकर समीक्षा करेगा और आगे के लिए दिशानिर्देश जारी करेगा।
चुनाव प्रचार के क्रम में बीजेपी नेता अपर्णा यादव एक सभा को संबोधित करने बाराबंकी पहुंची थी। मंच पर अपर्णा यादव भाषण दे रही थी। उसी दौरान कुछ समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सभा में घुस आएं और अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी के पक्ष में नारे लगाने लगें।
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के इस कृत्य पर मंच से ही अपर्णा यादव ने उनको जवाब दिया। अपर्णा यादव ने मंच से कहा कि, “जंगल में शेरनी शिकार करती है। अपर्णा यादव शेरनी है और मैं किसी से डरती नहीं हूं। अपर्णा यादव के साथ राष्ट्रवाद है। मेरे साथ आदरणीय प्रधानमंत्री जी का विजन है, एक सोच है सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और इसमें एक चीज और जोड़ देना सबका प्रयास। जब तक सबका प्रयास नहीं होगा तब तक भारतीय जनता पार्टी जीतेगी नहीं। पुराने लोग जो यहां थे उन्होंने आपको जात पात में बांट कर रखा। हमारे देश को अगर अच्छे हाथों में देना है तो भारतीय जनता पार्टी को पूर्ण बहुमत में लाना पड़ेगा।”
अपर्णा यादव ने 19 जनवरी को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी और इसके पहले वो समाजवादी पार्टी में थीं। 2017 विधानसभा चुनाव अपर्णा यादव लखनऊ कैंट से सपा के टिकट पर लड़ चुकी हैं। अपर्णा यादव मुलायम सिंह यादव की बहू हैं और प्रतीक यादव की पत्नी है। खबर यह भी थी कि अपर्णा यादव बीजेपी के टिकट पर लखनऊ कैंट से उम्मीदवार हो सकती थी हालांकि अब बीजेपी ने लखनऊ कैंट से बृजेश पाठक को उम्मीदवार बना दिया है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 7 चरणों में वोट डाले जाएंगे। पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को होगा जबकि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे।